उपलब्धि: शिमला की रवितनया शर्मा ने जीता मिस नवी मुंबई 2023 का खिताब- हिमाचल प्रदेश को किया गौरवान्वित: पढ़ें पूरी खबर…..
शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार ( 07, मार्च )हिमाचल प्रदेश की रवितनया शर्मा ने मुंबई में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए मिस नवी मुंबई 2023 का ताज जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है। गौरतलब है कि रवितनया दिव्य हिमाचल द्वारा प्रायोजित मिस हिमाचल 2020 में फर्स्ट रनर अप व मिस स्टाइल दीवा टाइटल से नवाजी गई थी।
आपको बताते चलें कि रवितनया दो पुस्तकों की आथर भी है।
मिस नवी मुंबई 2023 नवी मुंबई के होटेल फोर प्वाइंटस में यू एंड आई एंटरटेनमेंट द्वारा आयोजित किया गया जिसके मैनेजिंग डायरेक्टर मिस्टर हरमीत सिंह गुप्ता हैं। सैंकड़ों युवतियों में टाप चौदह लड़कियों का चयन हुआ था जिनकी ग्रूमिंग के साथ साथ व्यक्तिगत निर्माण की कोचिंग भी दी गई।
ज्ञात रहे इस तरह की सौंदर्य प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों को शारीरिक सुंदरता के साथ-साथ बौद्धिक क्षमता , सामान्य ज्ञान, आत्मविश्वास, वाक पटुता व बुद्धिमता की कसौटी से होकर गुजरना पड़ता है। ट्रेडिशनल राउंड, वेस्टर्न राउंड, इवनिंग गाउन राउंड के साथ इंट्रोडक्शन राउंड तथा क्योशचन आंसर (प्रश्न – उत्तर) रांउड से गुजरकर रवितनया ने यह सौंदर्य प्रतियोगिता जीतकर न केवल माता पिता बल्कि पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है।
प्रतियोगिता जीतने के साथ रवितनया ने मिस स्टाइल आइकन का टाइटल भी जीता है। इस प्रतियोगिता का आडिशन जनवरी 2023 में हुआ था व भिन्न भिन्न स्तरों को पार करते हुए 4 मार्च को टाप चौदह युवतियों का ग्रेंड फिनाले में कड़ा मुकाबला हुआ जिसमें अंततः रवितनया शर्मा की ताजपोशी हुई।
रवितनया पढ़ाई में हमेशा टॉपर रही है तथा इस समय एम.बी.ए की शिक्षा ग्रहण कर रही है। उसकी प्रारंभिक शिक्षा कॉन्वेंट ओफ़ जिजस एंड मेरी चेलसी, लॉरेटो कॉन्वेंट ताराहॉल और सेंट बीड्स कॉलेज, शिमला से हुई है। रवितनया शर्मा मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश से वोमेन पावर एवार्ड, पूर्व राज्यपाल आचार्य देवव्रत से स्वामी विवेकानंद प्रतिभा सम्मान आदि सम्मानों के साथ अनेक संस्थाओं से सम्मानित हो चुकी हैं। पढ़ाई के साथ इस वक्त वह अपनी तीसरी पुस्तक पर काम कर रही है जिसका शीघ्र प्रकाशन होने वाला है।
रवितनया ‘ विश्व महिला दिवस’ पर समस्त महिलाओं को बधाई देते हुए महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजगता के साथ स्वाबलंबी होने का संदेश देते हुए उन्हें समाज में अपना स्वतंत्र व्यक्तित्व बनाने का संदेश दे रही हैं ताकि वे सम्मान के साथ जी सकें।