बारिश का कहर: चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन, जाम में फंसे यात्री, पढ़ें पूरी खबर…..

शिमला: पहाड़ी खेती, समाचार (26, जून ) मंडी जिले में बारिश आफत बनकर बरसी है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर भूस्खलन होने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गया है। मंडी-पंडोह के बीच सात मील के पास और जगह-जगह चट्टानें और मलबा गिरने से नेशनल हाईवे बंद है।


प्राप्त जानकारी अनुसार मार्ग बंद होने के चलते यात्री भूखे प्यासे जाम में फंसे हुए हैं। नेशनल हाईवे को बहाल करने के लिए मशीनरी लगी हुई है लेकिन बार-बार मलबा गिरने के कारण यातायात बहाल करने में बाधा आ रही है।
वहीं एनएच मंडी-पठानकोट मार्ग मूसलाधार बारिश के चलते घटासनी के पास स्वाड़ नाला में मलबा आने से चार घंटे अवरुद्ध रहा। सुबह करीब साढ़े सात बजे यातायात बहाल हो पाया। इस दौरान एनएच के दोनों छोरों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। इससे एनएच पर सफर कर रहे यात्रियों को परेशान होना पड़ा। कटिंडी-कमांद-बजौरा वैकल्पिक मार्ग भी शालगी के पास फिर पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया है।
यहां लोक निर्माण विभाग ने जेसीबी तैनात कर रखी है, बंद मार्ग को बहाल करने का कार्य शुरू कर दिया गया है, लेकिन पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के चलते राहत कार्य प्रभावित हो रहा है। वहीं, मूसलाधार बारिश से द्रंग क्षेत्र के दर्जनों संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। जहां लोक निर्माण विभाग ने बंद मार्गों को बहाल करने के लिए मशीनरी भेज दी है। एनएचएआई के साइट इंजीनियर साहिल जोशी ने बताया कि स्वाड़ नाला के पास भारी-भरकम मलबा एनएच पर आ गया था। सुबह 7:30 बजे जेसीबी मशीन भेज कर अवरुद्ध मार्ग बहाल कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते 24 घंटे में बारिश ने हिमाचल प्रदेश में जमकर तांडव मचाया है। बारिश के कारण प्रदेश की करोड़ की संपत्ति को नुकसान हुआ है। तो वहीं, 3 लोगों की मौत हुई है, जबकि घर और गाड़ियों भी काफी नुकसान हुआ है।
अचानक बाढ़ आने से कई वाहन बह गए हैं। मंडी से होकर बहने वाली ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मंडी जिले के पराशर बागी में बादल फटने के बाद बेहद डरावनी और भयावह मंजर की तस्वीरें सामने आई है। मंडी जिले के डीएसपी पधर संजीव सूद ने एएनआई को बताया, कि परशर झील के पास मंडी जिले के बागीपुल क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ गई, जिससे मंडी-पराशर रोड पर बग्गी पुल के पास पर्यटकों और स्थानीय लोगों सहित 200 से अधिक लोग फंस हुए हैं।

बताया कि इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मंडी पुलिस ने बताया कि चंबा से छात्रों की एक बस और कई वाहन फंस गए हैं। ये सभी वाहन पराशर से वापस आ रहे थे। स्थानीय लोगों और प्रशासन ने उनके रहने का इंतजाम किया है। बागी में बादल फटने से एक सरकारी स्कूल को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, लगातार तेज़ बारिश के कारण कांगड़ा शहर के कई हिस्सों में जलभराव देखा जा रहा है। कांगड़ा में टांडा में भारी बारिश के बाद मेडिकल कॉलेज में पानी घुस गया है। इस बात की पुष्टि ADM रोहित राठौर ने की है। उन्होंने बताया, “अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। हमारी आपदा प्रबंधन टीमें आपातकालीन संचालन केंद्रों के संपर्क में हैं।”
साभार : एजेंसियां, ANI, ट्वीटर,अमर उजाला,सोशल मीडिया नेटवर्क।

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