भारत और इजराइल ने कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की….

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नई दिल्‍ली: पहाड़ी खेती, समाचार ( 28, जनवरी )भारत में इजराइल के राजदूत नाओर गिलोन ने 27 जनवरी 2022 को कृषि भवन में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से भेंट की।

राजदूत का स्वागत करते हुए तोमर ने उन्हें भारत में इज़राइल के राजदूत के रूप में कार्यभार संभालने पर बधाई दी। तोमर ने भारत और इज़राइल के बीच राजनयिक संबंधों के 30 वर्ष पूरे होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

उन्होंने 12 राज्यों में 29 उत्कृष्टता केंद्रों के कामकाज पर संतोष व्यक्त किया। यह केंद्र सब्जी के 25 मिलियन से अधिक पौधे और 387 हजार से अधिक गुणवत्ता वाले फलों के पौधों का उत्पादन कर रहे हैं। यह केंद्र प्रति वर्ष 1.2 लाख से अधिक किसानों को प्रशिक्षित भी कर सकते हैं।

केंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने बताया कि इज़राइल की तकनीकी सहायता से उत्कृष्टता केंद्रों के आस-पास के 150 गांवों को उत्कृष्ट गांवों में बदलने का निर्णय लिया गया है, जिनमें से 75 गांवों को भारत की आजादी के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में प्रथम वर्ष में शामिल किया जा रहा है, जहां भारत और इज़राइल मिलकर काम करेंगे।

तोमर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार द्वारा किसानों के कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न योजनाओं पर भी प्रकाश डाला, जिनमें पीएम-किसान, कृषि-बुनियादी ढांचा कोष, 10 हजार एफपीओ का गठन, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती और मृदा स्वास्थ्य कार्ड आदि के प्रोत्साहन के लिए योजनाएं शामिल हैं।

इज़राइल के राजदूत गिलोन ने उत्कृष्टता केंद्रों के कामकाज पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि ये उत्कृष्टता केंद्र, दोनों देशों के बीच सहयोग का एक बड़ा उदाहरण हैं। राजदूत ने आईसीएआर संस्थानों के कामकाज की सराहना की और आईसीएआर के साथ सहयोग में और वृद्धि करने तथा इज़राइल के पास उपलब्ध नवीनतम तकनीकों को प्रदान करने में रुचि दिखाई।

उन्होंने किसानों को प्रदान की जा रही सेवाओं के मानकों और गुणवत्ता को और बढ़ाने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के प्रमाणीकरण का प्रस्ताव रखा। उन्होंने केंद्रीय मंत्री तोमर को भी इज़राइल आने का निमंत्रण दिया। तोमर ने राजदूत के प्रस्तावों की सराहना की, उन पर काम करने के लिए सहमति व्यक्त की और राजदूत और इजराइल के दूतावास के अधिकारियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।

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