‘शिमला हेरिटेज म्यूजियम’: साइनबोर्ड देख कर यूएस क्लब पहुंच रहे सैकड़ों पर्यटक, गेट पर कूड़े के ढेर कर रहे पर्यटकों का स्वागत, स्वच्छता के सारे दावे हवा, पढ़े विस्तार से..

शिमला हेरिटेज म्यूजियम “हर घर कुछ कहता है, ” के साइनबोर्ड देख कर यूएस क्लब पहुंचने वाले सैकड़ों पर्यटक हो रहे निराश, स्वच्छता के सारे दावे हवा, म्यूजियम के गेट पर कूड़े के ढेर और बेतरतीब तरीके से पार्क की गई गाड़ियां पर्यटकों का कर रही स्वागत, म्यूजियम वर्षों से पड़ा है बंद, पढ़े विस्तार से..
शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार ( 19, मई ) पहाड़ों की प्राकृतिक सुंदरता के अलावा शिमला में घूमने की बहुत सी जगहें हैं जिन्हे आप अपनी सूची में शामिल कर सकते हैं। संग्रहालय, थिएटर और औपनिवेशिक लॉज से लेकर चलने के लिए अनोखे रास्ते, चहल-पहल वाले मॉल, गोथिक शैली में बने चर्च और हेरिटेज होटल ये ऐसे स्थान हैं, जहां पर्यटक अपने आप को व्यस्त रख सकते हैं।
शिमला में सभी पर्यटन गतिविधियों का केंद्र, रिज शिमला के शीर्ष पर्यटन स्थलों में से एक है। शिमला के अन्य सभी महत्वपूर्ण स्थानों जैसे माल रोड, स्कैंडल पॉइंट, रिज मैदान, लक्कड़ बाज़ार, क्राइस्ट चर्च, यूएस क्लब और जाखू मन्दिर शिमला के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में सबसे लोकप्रिय है। ये जगहें पर्यटकों द्वारा सबसे ज्यादा तस्वीरों में कैद की जाने वाली जगह मानी जाती है।

शिमला में आने वाला हर पर्यटक ब्रिटिश शासन के दौरान शिमला के इतिहास के बारे में जानना चाहता हैं। इसलिए वह म्यूसियम में अवश्य जाता है। जहां पर दुर्लभ पेंटिंग, रेखाचित्र और चित्र देख कर पर्यटक अपनी वास्तविक ऐतिहासिक यात्रा का पूरा आनंद ले सकता है। इतिहास दिलचस्प होने के साथ-साथ प्रेरक भी हो सकता है यह लोगों की कल्पना में रंग भर देता है।
2011 में राज्य के पर्यटन विभाग ने ‘हर घर कुछ कहता है’ की अवधारणा पर आधारित ‘शिमला हेरिटेज म्यूसियम’ की स्थापना यूएस क्लब में की गई थी। इस म्यूसियम को 120 साल पुरानी इमारत यूएस क्लब में बनाया गया जो लगभग 1860 के दशक में यूएस क्लब के रूप में जाना जाता है। हालांकि अंदर इतना बड़ा कमरा नहीं है, यह शिमला के इतिहास को पकड़ने का एक प्रयास मात्र है, इसमें शिमला के लगभग 50 विशाल चित्र और रेखाचित्र हैं जो औपनिवेशिक काल के हैं।
दीवारों को सुशोभित करने वाली कुछ दुर्लभ तस्वीरों में वायसरेगल लॉज, रिपन अस्पताल, डाकघर, टाउन हॉल, गेयटी थिएटर, कॉम्बरमेरे ब्रिज, विधानसभा, गॉर्टन कैसल, रेलवे बोर्ड, सेंट्रल टेलीग्राफ कार्यालय, एआरटीआरएसी कॉम्प्लेक्स जैसी शानदार इमारतों की तस्वीरें शामिल हैं।
आपने पुराने ‘तांगा’, ‘रिक्शा’ या अंग्रेजों के रहने की शैली और महिमा के बारे में कहानियां सुनी होंगी, जिन्हें आप यहां रखे गए चित्रों और रेखाचित्रों के माध्यम से आसानी से चित्रित कर सकते हैं। यह सब शिमला की विरासत का एक गौरवपूर्ण हिस्सा हैं।

पर्यटकों को शिमला हैरिटेज म्यूसियम तक पहुंचने में असुविधा ना हो इसलिए रिज से लेकर यूएस क्लब के मार्ग जगह जगह म्यूसियम मार्गदर्शन के लिए सांकेतिक बोर्ड लगाए हुए हैं। इन सांकेतिक बोर्ड को देखकर प्रतिदिन सैकड़ों पर्यटक भी हेरिटेज म्यूसियम देखने पहुंचते है लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें निराशा ही हाथ लगती है। शिमला हेरिटेज म्यूसियम पर वर्षों से ताला लटका हुआ हुआ है। म्यूसियम के गेट पर कूड़े के ढेर और बेतरतीब तरीके से पार्क की गई गाड़ियां पर्यटकों का स्वागत करतें है।

पर्यटकों का कहना है कि म्यूसियम का रास्ता दिखाने वाले सांकेतिक बोर्ड उन्हें गुमराह कर रहे है। यदि पर्यटन विभाग को शिमला हेरिटेज म्यूसियम बन्द ही रखना है तो सड़कों पर लगे सांकेतिक बोर्ड हटा देने चाहिए ताकि उनका वहाँ तक जाने में समय बर्बाद न हो।

बता दें कि शिमला के सभी उच्चाधिकारियों और नेताओं का योद्धा निवास से यूएस क्लब के मार्ग पर प्रतिदिन आना जाना रहता है लेकिन इन्हे शिमला हेरिटेज म्यूसियम की कोई परवाह नही है। सभी मूकदर्शक बने हुए है। पर्यटन विभाग की लापरवाही के चलते यूएस क्लब पहुंचने वाले पर्यटक गुमराह हो रहें है तथा प्रदेश सरकार की छवि भी धूमिल हो रही है।

स्थानीय लोगों और बाहरी राज्यो से आए पर्यटकों का पर्यटन विभाग और सरकार से आग्रह है कि अगर यह म्यूसियम बन्द ही रखना है तो जगह जगह शिमला हेरीटेज म्यूसियम को दर्शाने वाले सांकेतिक बोर्ड तुरंत प्रभाव से हटा देने चाहिए ताकि पर्यटक मिसगाइड न हो।
साभार: हिमदर्शन, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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