हिमाचल : 14 से 20 अप्रैल, 2023 तक प्रदेश भर में आयोजित होगा अग्नि सुरक्षा सप्ताह, लोगों को किया जाएगा जागरूक, जाने क्यों मनाया जाता है अग्निशमन सेवा सप्ताह, पढ़ें विस्तार से..

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शिमला:  पहाड़ी खेती, समाचार (14, अप्रैल ) अग्निशमन दिवस, स्मृति दिवस है उन 66 अग्निशमन कर्मचारियों की शहादत का, जिन्होंने जनसेवा करते हुए सहर्ष मृत्यु को गले लगाया। 14 अप्रैल 1944 को विक्टोरिया डाक बंबई में सेना की विस्फोट सामग्री से भरा पानी का जहाज आग की लपटों से घिर गया। आग पर काबू पाने के लिए बंबई फायर सर्विस के एक सौ से अधिक अधिकारी व कर्मचारी घटनास्थल पर भेजे गए। अटूट साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए इन जांबाज अग्निशमन कर्मचारियों ने धधकती ज्वाला पर काबू करने का भरसक प्रयत्न किया।

आग पर नियंत्रण तो पा लिया गया, लेकिन इस कोशिश में 66 फायरमैन को अपनी जान की आहूति देनी पड़ी। उन्हीं 66 शहीद अग्निशमन कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए 14 अप्रैल को अग्निशमन सेवा दिवस मनाया जाता है। इस दिवस के विभिन्न आयोजन 20 अप्रैल तक यानि पूरे सप्ताह भर चलते हैं।

अग्निशमन सेवा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को अग्निकाण्डों की रोकथाम एवं उससे होने वाली क्षति के बचाव के प्रति जागरूक करना तथा प्रशिक्षित करना है।

हिमाचल में अग्निशमन विभाग 14 अप्रैल से प्रदेश भर में अग्निशमन सुरक्षा सप्ताह मना रहा है। इसमें प्रदेश के लोगों को अग्निशमन विभाग के जवान आग से सुरक्षा के तरीके और बचाव से संबंधित जानकारी देंगे। शुक्रवार को शिमला के माल रोड स्थित अग्निशमन कंट्रोल रूम से एडीएम शिमला शहरी भानु गुप्ता ने सप्ताह का शुभारंभ किया।

अग्निशमन दिवसन पर उन 66 अग्निशमन कर्मचारियों की शहादत को याद किया गया जो 14 अप्रैल 1944 को आग बुझाते हुए शहीद हो गए थे। जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया।

मुख्यातिथि एडीएम शिमला शहरी भानु गुप्ता ने कंट्रोल रूम में उपकरण व जागरूकता सामग्री की प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि 20 अप्रैल तक प्रदेश भर के अग्निशमन केंद्र अपने स्तर पर इसी तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करेंगे। इसमें लोगों को आग से बचाव के तरीके समझाए जाएंगे।

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