कोविड-19: मरीजों की संख्या वृद्धि सरकार की आधी अधूरी तैयारी – सी.पी.एम. ….

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कोविड-19: कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश सरकार की आधी अधूरी तैयारी, सी.पी.एम. ने सरकार की कार्यप्रणाली पर उठाये सवाल

शिमलाः ( पहाड़ी खेती, समाचार )

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त करती है तथा इससे एक युवक की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त करती है। पिछले दो दिनों में प्रदेश में 5 कोविड19 पोसिटिव मरीज पाए गए हैं और यह सभी वर्तमान में किसी अन्य स्थान से अपने घर आए थे।

ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार न तो कोविड-19 से प्रभावित लोगों को उचित इलाज के लिए तैयार है और न ही संभावित लोगो के उचित मात्रा में समय रहते टेस्ट कर पा रहीं हैं। इससे सरकार की कोविड-19 को लेकर की गई तैयारियों पर भी प्रश्नचिन्ह लगता है।

शिमला में सरकाघाट के युवक की कोविड19 से हुई मृत्यु के पश्चात उसके दाह संस्कार को लेकर प्रशासन द्वारा की गई लापरवाही से भी कोविड-19 को लेकर सरकार की तैयारियों व कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान लगता है। इस मामले में यह जांच का विषय है कि जिस जल्दबाजी में इस युवक का दाह संस्कार किया गया सरकार व प्रशासन ने डब्ल्यूएचओ व केंद्र सरकार के द्वारा कोविड-19 से मृतक के दाह संस्कार को लेकर जारी दिशा निर्देशों की अवहेलना क्यों की गई और इसे एकदम अफरातफरी में क्यों किया गया।

संजय चौहान ने कहा कि सरकार की कोरोना को लेकर केवल आधी अधूरी ही तैयारी है जिसके कारण इस युवक के संस्कार में कोताही बरती गई है और अब प्रशासन अपनी नाकामी छुपाने के लिए एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है।

पिछले कुछ दिनों में सरकार ने हजारों की संख्या में प्रदेश के बाहर से प्रदेश के अन्दर आने के लिए लोगों को पास जारी कर इजाज़त प्रदान की है। परन्तु जो प्रोटोकॉल इसके लिए तय किया गया है उसे लागू करने के लिए सरकार की न तो कोई तैयारी है और न ही प्रशासन इसके लिए संजीदा है।

सरकार को स्थानीय स्तर पर क्वारंटाइन केंद्र का गठन कर इनमें सभी मूलभूत आवश्यकताओं का प्रबंध करना चाहिए था व बाहर से आए लोगो को इसमे क्वारंटाइन कराने का कार्य प्राथमिकता से कर इनकी टेस्टिंग का पर्याप्त प्रबन्ध करना चाहिए था। ताकि यह मालूम किया जा सकता जो लोग आए है उनमें से कितने लोग प्रभावित है और उन्हें तुरन्त एकांत में रखा जाता और जो लोग ग्रसित होते उन्हें कोविड-19 अस्पताल में भर्ती कर इलाज किया जाता।

परन्तु सरकार ने कुछ प्रभावशाली व्यक्तिओ की गलती व इनके द्वारा प्रोटोकॉल को तोड़ने के कारण आज प्रदेश में कोविड-19 का कहर बढ़ रहा है। जिसके परिणामस्वरूप पिछले 2 दिन में आए 5 कोविड-19 पोसिटिव केसों व एक युवक की मृत्यु ने पूरे प्रदेश को अब चिंता में डाल दिया है।

सी.पी.एम. सरकार से मांग करती है कि युवक की मृत्यु के पश्चात उसके दाह संस्कार में की गई कोताही की जांच कर इसके लिए जो भी उत्तरदायी है। उनके विरुद्ध कार्यवाही कर भविष्य में इसमे सुधार किया जाए तथा इसके लिये निर्धारित डब्ल्यू एच ओ के दिशानिर्देशों का पालन किया जाए।

प्रदेश के बाहर से लाए सभी लोगों को क्वारंटाइन करते हुए इसके लिए यह निर्धारित सभी प्रकार के प्रोटोकॉल व दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया जाए तथा टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जाए और संभावित व प्रभावित को तुरन्त एकांत में ले जाकर उनका इलाज करवाया जाए।

सभी कोविड-19 के इलाज के लिए तैयार किए अस्पतालों को सभी सुविधाओं से लैस किया जाए तथा कोविड-19 से लड़ाई में शामिल सभी योद्धाओं को पर्याप्त मात्रा में PPE उपलब्ध करवाकर उनको सुरक्षा प्रदान करे। इस विषम परिस्थिति में सरकार को एक जंग को लड़ने की भांति ही रणनीति बना कर इस पर अमल कर ही इस वैश्विक महामारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी(मार्क्सवादी) प्रदेश में कोविड-19 के मरीजों की संख्या में हो रही वृद्धि पर गंभीर चिंता व्यक्त की, देखें वीडियो सरकार की कार्यप्रणाली पर क्या बोले सी.पी.एम. नेता संजय चौहान –

https://youtu.be/P8JH3wTRmoU
हिमदर्शन से साभार

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