नीतीश कुमार ने ली 8वीं बार CM पद की शपथ, तेजस्वी यादव बने उपमुख्यमंत्री, बिहार में महागठबंधन की नई सरकार…….

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पटना : पहाड़ी खेती, समाचार( 10, अगस्त )नीतीश कुमार के कल यानी 9 अगस्त को इस्तीफा देने बाद 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस मौके पर तेजस्वी यादव अपनी पत्नी से साथ पहुंचे। नीतीश कुमार सबसे पहले साल 2000 में सात दिन के मुख्यमंत्री बने थे। जिसके बाद 22 साल के सफर में वह अबतक छह बार सीएम पद की शपथ ले चुके हैं।

नीतीश कुमार का 8वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेना अपने आप में ही एक बड़ा रिकॉर्ड है। देश के सबसे लंबे समय तक सीएम रहने वाले नेता भी इतनी बार शपथ नहीं ले पाए हैं।

शपथ ग्रहण में शामिल होने पहुंचा लालू यादव का परिवार

शपथ ग्रहण समारोह के लिए लालू यादव का परिवार राजभवन पहुंच गया है। इसमें राबड़ी देवी, तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव की पत्नी रेचल शामिल हैं। इस समारोह में किसी अन्य पार्टी या राज्य के बड़े नेताओं को नहीं बुलाया गया है। वहीं लालू यादव का दिल्ली में इलाज चल रहा है, इसलिए वे भी पटना नहीं पहुंच पाए हैं।

जेडीयू नेता नीतीश कुमार ने 8वीं बार बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण की और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने दूसरी बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इससे पहले, नीतीश ने मंगलवार को जेडीयू-बीजेपी गठबंधन खत्म कर आरजेडी व उसके सहयोगी दलों के समर्थन से राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

भारतीय जनता पार्टी (BJP) शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहा। बीजेपी ने नीतीश कुमार के राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) छोड़ने को विश्‍वासघात बताते हुए इसके खिलाफ सभी जिला मुख्‍यालयों में धरना-प्रदर्शन किया है।

नीतीश कुमार ने 8वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है। पटना स्थित राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान ने बुधवार दोपहर में उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उनके साथ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ग्रहण की है। वे दूसरी बार राज्य के डिप्टी सीएम बने हैं।

महागठबंधन की नई सरकार में मंत्रिपरिषद का गठन बाद में किया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।

बेटे तेजस्वी के शपथ समारोह में शामिल होने के लिए राबड़ी देवी भी राजभवन पहुंचीं। हालांकि, तेजस्वी के पिता और राजद सुप्रीमो लालू यादव खराब सेहत की वजह से कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। शपथ से पहले नीतीश ने लालू से फोन पर बात करके उन्हें सियासी हालात की जानकारी दी।

शपथ ग्रहण समारोह के बाद बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार की जनता के लिए बहुत अच्छा हुआ है। मैं जनता को धन्यवाद देती हूं। सब बहुत खुश हैं।

क्या बोले नीतीश कुमार ?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए की क्या सबकी स्थिति हुई। मैं मुख्यमंत्री(2020 में) बनना नहीं चाहता था। लेकिन मुझे दवाब दिया गया कि आप संभालिए। बाद के दिनों में जो कुछ भी हो रहा था, सब देख रहे थे। हमारी पार्टी के लोगों के कहने हम अलग हुए।

नीतीश कुमार ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियां एकजुट होंगी। बीजेपी ने 2014 में जैसा प्रदर्शन किया था, वो 2024 में बरकरार नहीं रख पाएगी। जब नीतीश कुमार से 2024 में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे, तो उन्होंने कहा कि यह अभी तय नहीं हुआ है और उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं है।

नीतीश कुमार ने कहा- तीन साल चलेगी हमारी सरकार
बिहार में महागठबंधन की सरकार के कार्यकाल पूरा करने के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा कि यह सरकार तीन साल चलेगी और खूब चलेगी। पीएम पद की महत्वाकांक्षा के सवाल पर सीएम ने कहा कि उनके मन में ऐसा कुछ भी नहीं है। वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार को आगे ले जाने के लिए नीतीश कुमार के साथ मिलकर काम करेंगे। नौकरियों के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि जल्द ही एक महीने के भीतर इस संबंध में फैसला करेंगे। बीजेपी के धरने पर बैठने के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि उनके बारे में हम क्या कहें। डिप्टी सीएम ने कहा कि वे लोग केंद्र में हैं तो बिहार के विशेष राज्य के दर्जे पर कुछ भी नहीं किया।

क्या बोले सुशील मोदी ?
भाजपा के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सफेद झूठ कि आर.सी.पी. सिंह को बिना पूछे केंद्र में मंत्री बना दिया गया। अगर बिना पूछे मंत्री बना दिया गया तो 1.5 साल तक वे मंत्री कैसे बने रहे, आप(नीतीश) इतने ताकतवर थे कि एक दिन में उनको हटवा सकते थे। भाजपा ने आज तक किसी को धोखा नहीं दिया है। हमने नीतीश को एक बार नहीं पांच बार बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। 17 साल का हमारा संबंध था, लेकिन आपने दोनों बार एक झटके में तोड़ दिया।

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कहा जा रहा है कि JDU को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। शिवसेना का उदाहरण दिया जा रहा है। शिवसेना हमारा सहयोगी दल थोड़ी था, वो वहां सत्ताधारी दल था। हमने सहयोगी दल रहते हुए किसी पार्टी को नहीं तोड़ा। आपको हम तोड़ भी देते तो सरकार कैसे बनती।

साभार : एजेंसियां,ABP न्यूज़, Amrit vichar, ANI ट्वीटर, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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