त्रिपुरा के जाइका वानिकी परियोजना का एक प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश के 7 दिनों के दौरे पर…..

शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार( 19, सितंबर )आज पॉटरहिल समरहिल में हिमाचल प्रदेश जाइका वानिकी परियोजना मुख्यालय का नीरज कुमार (आईएफएस) की अध्यक्षता में परियोजना प्रबंधन इकाई त्रिपुरा जाइका वानिकी परियोजना के नौ सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने दौरा किया।

प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश की जाइका गतिविधियों को जानने के लिए एक सप्ताह के दौरे (18 सितंबर से 24 सितंबर 2022) पर है।
राजेश शर्मा परियोजना निदेशक हिमाचल जाइका वानिकी परियोजना ने आगंतुकों को परियोजना के तहत हिमाचल राज्य में की जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 330 से अधिक वीएफडीएस (ग्राम वन विकास समितियां) और 568 स्वयं सहायता समूह परोयोजना के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को परियोजना की सफलता की कहानियों के साथ वन्यजीव प्रबंधन, अग्नि सुरक्षा, ड्रोन प्रौद्योगिकी के उपयोग, अनुसंधान गतिविधियों, जडी बूटी सेल, वृक्षारोपण, नर्सरी में सुधार और आय सृजन गतिविधियों की स्थिति के बारे में जानकारी साझा की।
त्रिपुरा के प्रतिनिधिमंडल ने त्रिपुरा में सतत जलग्रहण वन प्रबंधन परियोजना (SCATFORM) के तहत की जा रही गतिविधियों की जानकारी साझा की। बाद में, प्रतिनिधिमंडल ने शिमला वन प्रभाग के पनेश का दौरा किया और VFDS, SHG और समुदाय के सदस्यों के सदस्यों के साथ बातचीत की।
नीरज कुमार ने वीएफडीएस और एसएचजी के प्रयासों की सराहना की, विशेष रूप से महिलाओं की भूमिका, जिन्होंने आय सृजन गतिविधियों जैसे चीड़ से बने उत्पाद जिनमें कमाई की बड़ी संभावना है इत्यादि के बारे में बताया। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में परियोजना को सफलतापूर्वक बनाने के लिए राज्य सरकार, हिमाचल प्रदेश की परियोजना प्रबंधन इकाई, समुदायों और लाभार्थी के समन्वित प्रयासों की बी सराहना की।
इस दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल हिमाचल में परियोजना की प्रगति से खुद को परिचित कराने के लिए सुकेत, मंडी, कुल्लू और वन्य जीव विभाग की फील्ड गतिविधियों का भी दौरा करेगा।

About The Author
