हिमाचल: एग्जिट पोल, भाजपा-कांग्रेस में कांटे की टक्कर, जानें भाजपा-कांग्रेस को कितनी-कितनी सीटें, पढ़ें पूरी खबर..

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हिमाचल प्रदेश व‍िधानसभा चुनाव के एग्‍ज‍िट पोल (Himachal Exit Poll Result 2022) सामने आ गए हैं। ह‍िमाचल के ज्‍यादातर एग्‍ज‍िट पोल में बीजेपी की सरकार बनती द‍िख रही है। हालांक‍ि न्‍यूज 24 और टुडेज चाणक्‍य के एग्‍ज‍िट पोल ने एक बार फ‍िर चौंका द‍िया है। न्‍यूज 24 और टुडेज चाणक्‍य के एग्‍ज‍िट पोल में बीजेपी और कांग्रेस में कांटे की टक्‍कर है। यहां पर दोनों पार्टियों को 33-33 सीटें म‍िल रही है। वहीं अन्‍य के खाते में दो सीटें जाने की बात कही गई है। इसके अलावा ह‍िमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी का खाता खुलता नहीं द‍िख रहा है। हिमाचल प्रदेश चुनाव 2022 के चुनाव नतीजे 8 दिसंबर को जारी होंगे। इस खबर में जानें एग्जिट पोल में भाजपा व कांग्रेस को कितनी सीट, पढ़ें पूरी खबर..

शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार( 6, दिसम्बर)एग्जिट पोल में हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। हालांकि, कुछ चैनल भाजपा को बढ़त भी दिखा रहे हैं। अभी तक जो सर्वे जारी किए गए हैं, उनके अनुसार हिमाचल में मुकाबला सबसे रोचक होने वाला है। एग्जिट पोल के बाद राजनीतिक गलियारों में फिर से किसकी सरकार बनेगी इसके समीकरण भिड़ाए जाने लगे। एग्जिट पोल में बहुत ज्यादा स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर प्रदेश की जनता के बीच भी देर रात तक चर्चा व बहस होती रही। पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक हिमाचल में भाजपा की सरकार बनेगी पर सीटें 44 के मुकाबले 35 रह सकती है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर दिखाए जाने से भाजपा और कांग्रेस दोनों दल निर्दलीय को लुभाने में जुट गए हैं। टिकट कटने से भाजपा से 21 और कांग्रेस से 6 निर्दलीय बागी होकर मैदान में उतरे हैं। अब एग्जिट पोल में राज्य में साफ नतीजे नहीं आने से प्रदेश के नेताओं की धुकधुकी बढ़ गई है। इससे कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सत्ता बदलने का रिवाज टूटेगा या प्रदेश में भाजपा का राज बदलेगा। आम लोगों के लिए यह भी पहेली बन गई है।

एग्जिट पोल औसत रूप से प्रदेश में राजनेताओं को उलझन में डाल रहे हैं कि जनमत किस पक्ष में जा रहा है। प्रदेश में भाजपा से तो एक सिटिंग विधायक, पूर्व विधायक और कई अन्य दिग्गज नेता भी टिकट नहीं मिलने की सूरत में बागी होकर चुनाव लड़े। इनमें जो निर्दलीय जीतने की स्थिति में हैं, उनसे भाजपा के बड़े नेता अभी से संपर्क साधे हुए हैं। कांग्रेस के बड़े नेता भी बागियों से संपर्क में हैं।

बता दें कि 68 विधानसभा क्षेत्रों के 412 प्रत्याशियों का भविष्य ईवीएम में कैद में कैद है। अब 8 दिसंबर को इनके राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा। चुनावी दंगल में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), माकपा, बसपा और निर्दलियों समेत 412 प्रत्याशियों में यह रोचक जंग हुई है। इनमें 388 पुरुष और 24 महिला प्रत्याशी हैं।

प्रदेश में कुल 55, 92, 828 मतदाताओं में से 28, 54, 945 पुरुष, 27, 37, 845 महिलाएं और 38 थर्ड जेंडर के नाम मतदाता सूचियों में शामिल रहे हैं। पहली बार 80 से अधिक उम्र और दिव्यांग वोटरों को अपने घरों से मत डालने की सुविधा दी गई। इसके बावजूद कई बुजुर्गों और दिव्यांगों ने मतदान केंद्रों में पहुंचकर वोट डाला। मतदान के लिए 142 बूथ महिला और 37 दिव्यांग कर्मियों के हवाले रहे। प्रदेश भर में 136 आदर्श मतदान केंद्र भी बनाए गए थे। 378 अति संवेदनशील और 903 संवेदनशील मतदान केंद्र रहे।

साभार: एजेंसियां ,सोशल मीडिया नेटवर्क।

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