मरणोपरांत नेत्रदान को प्रोत्साहन: नेत्रहीनों को देता है रोशनी- डॉ विनय गुप्ता…..

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शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार( 02, जनवरी) आरोग्य भारती द्वारा विकास नगर शिमला में आयोजित स्वास्थ्य प्रबोधन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अपने उद्बोधन में डॉ विनय गुप्ता ने कहा कि मरणोपरांत नेत्रदान को प्रोत्साहन नेत्रहीनों को दृष्टि प्रदान करने का श्रेष्ठ साधन है।

नेत्ररोगों से बचाब विषय पर बोलते हुए नेत्ररोग विशेषज्ञ डॉ विनय गुप्ता ने बताया कि देश में लगभग 10 लाख नेत्रहीन हैं जिन्हें नेत्रदान के द्वारा रोशनी प्रदान की जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि 10 साल से कम आयु के बच्चों में नेत्र परीक्षण आंखों की कई गंभीर बिमारियों को रोक सकता है।

वहीं अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में आरोग्य भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राकेश पंडित ने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अनेक रोगों के बचाव का कारगर उपाय है। उन्होंने आगे बताया कि आरोग्य भारती द्वारा देश भर में स्वस्थ जीवन शैली, प्राकृतिक विषमुक्त भोजन, पर्यावरण संरक्षण आदि 24 प्रकार के कार्यक्रमों के माध्यम से आरोग्य के क्षेत्र में व्यापक जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है।

नेत्रदान के प्रति जागरूकता एवं इसके महत्व को आमजन तक पहुंचाने में आरोग्य भारती शिमला ईकाई का आवाह्न किया। इससे पूर्व आरोग्य भारती शिमला जिला के अध्यक्ष डॉ नरेश शर्मा ने सभी का स्वागत करते हुए जिला शिमला की गतिविधियों की जानकारी दी।

इस कार्यक्रम में जिला शिमला आरोग्य भारती के सचिव डॉक्टर कृष्ण देव शर्मा , डॉ अनिल मैहता, डॉ अशोक शर्मा, डॉ कुसुम शर्मा, डॉ अंजलि लीला शर्मा, सुरेश गुप्ता, ललित, श्रीमती सुरेंद्र कौर,नीलम कुमार, ऋषभ, अशोक चौहान तथा स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में आरोग्य भारती शिमला जिला सचिव डॉ कृष्ण देव शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।

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