दुःखद: देर रात लगी आग से मकान राख, बुजुर्ग महिला और मवेशी जिंदा जले….
गांव तक सड़क सुविधा नहीं होने से नहीं पहुंच पाए दमकल वाहन
शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार ( 28, फरवरी ) प्राप्त जानकारी अनुसार जिला शिमला के रामपुर उपमंडल में सोमवार की रात एक पुराने मकान में आग लग गई। आग से मकान राख हो गया, वहीं इसमें रहने वाली एक बुजुर्ग महिला की मौत हो गई।
आगजनी में लगभग 20 मवेशी भी जिंदा जल गए। इनमें गायें और भेड़-बकरियां शामिल हैं। पुलिस ने बुजुर्ग महिला के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अग्निकांड की ये घटना सराहन की ग्राम पंचायत शाहधार के दूरदराज गांव खलटी की है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शाहधार पंचायत के पूर्व उपप्रधान मान सिंह राणा के मकान में रात्रि करीब दो बजे अज्ञात कारणों से आग लगी। दो मंजिला मकान लकड़ी का बना हुआ था और इसमें पांच कमरे थे। आग लगते ही परिवार के सदस्यों ने भाग कर अपनी जान बचाई। लेकिन 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला आग की लपटों से घिर गई और जिंदा जल गई। मृतका की पहचान शुक्री देवी के रूप में हुई है। आग इतनी विकराल थी कि मकान से सटी गौशाला में बंधी तीन गायें और पांच भेड़ें भी जिंदा जल गईं। गांव के सड़क से दूर होने की वजह से अग्निशमन वाहन घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाए। सड़क से गांव का पैदल सफर करीब डेढ़ घंटे का है।
रामपुर के एसडीएम सुरेंद्र मोहन ने स्थानीय तहसीलदार की अगुवाई में राजस्व टीम को स्थलीय निरीक्षण के लिए भेजकर पूरी रिपोर्ट मांगी है। सुरेंद्र मोहन ने बताया कि आगजनी में एक बुजुर्ग महिला और लगभग 20 मवेशी जिंदा जले हैं। प्रभावित परिवार के अन्य सदस्य आगजनी में बाल-बाल बच गए। अग्निकांड में हुए जान-माल के नुकसान का आंकलन किया जा रहा है।
डीएसपी रामपुर चंद्रशेखर कायत ने बताया कि बुजुर्ग महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। आगजनी के कारणों की जांच की जा रही है।
बता दें कि पिछले दिनों शिमला के रोहड़ू उपमंडल में एक रिहायशी मकान के आग की भेंट चढ़ने से एक परिवार के तीन लोगों की मौत हुई थी, जबकि तीन अन्य झुलस गए थे। हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में हर साल आगजनी की घटनाओं में करोड़ों की संपति राख होती है, वहीं कई लोगों की जिंदा जलने से मौत होती है। ज्यादातर घटनाएं लकडी के बने मकानों में पेश आती हैं।
साभार: एजेंसियां, हिन्दुस्थान समाचार, सोशल मीडिया नेटवर्क।