हिमाचल BJP में बड़ा फेरबदल — राजीव बिंदल बने नए मुखिया, सिद्धार्थन को संगठन मंत्री का जिम्मा: पढ़ें पूरी खबर…..

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हिमाचल BJP में बड़ा फेरबदल – राजीव बिंदल बने नए मुखिया, सिद्धार्थन को संगठन मंत्री का जिम्मा: पढ़ें पूरी खबर…..

शिमला:  पहाड़ी खेती, समाचार (23, अप्रैल)डॉ. राजीव बिंदल को हिमाचल प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। भाजपा की विधानसभा चुनाव में हार के चार महीने बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के चार महीने बाद भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा फेरबदल करते हुए फैसला लिया है।

भाजपा ने रविवार को लोकसभा सांसद सुरेश कुमार कश्यप की जगह हिमाचल प्रदेश के अपने अनुभवी नेता राजीव बिंदल को राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया। वह पहले भी भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख रह चुके हैं। बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने यह नियुक्ति की है।

नड्डा ने भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री को भी बदल दिया है। पवन राणा को दिल्ली भेज दिया गया है। उनके स्थान पर संगठन महामंत्री की कमान अब सिद्धार्थन को सौंप दी है। इस बाबत राष्ट्रीय महासचिव मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से आदेश जारी किए जा चुके हैं। बताते चलें कि भाजपा का एक खेमा संगठन महामंत्री से भी नाराज चल रहा था। तत्कालीन विधायक रमेश धवाला कई बार खुलकर पवन राणा के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।

कौन हैं राजीव बिंदल
आपको बता दें कि हिमाचल बीजेपी के वरिष्ठ नेता डॉ राजीव बिंदल का जन्म 12 जनवरी, 1955 को हुआ था। राजीव बिंदल धूमल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री के पद पर रह चुके हैं। साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने के बाद उन्हें हिमाचल विधानसभा का अध्यक्ष बनाया गया था। करीब दो साल तक विधानसभा का अध्यक्ष रहे थे।

डेढ़ साल तक रहे थे अध्यक्ष
राजीव बिंदल को हिमाचल बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया। वे जनवरी 2019 से लेकर अप्रैल 2020 तक हिमाचल बीजेपी के अध्यक्ष रहे। इसके बाद हिमाचल प्रदेश में कोरोना काल के वक्त कथित पीपीई किट घोटाले के चलते उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, बाद में उन पर आरोप भी सिद्ध नहीं हो सके। कथित पीपीई किट घोटाले में उनके एक नजदीकी व्यक्ति का नाम सामने आया था।

ठोस और गतिशील संगठनात्मक नेता हैं राजीव बिंदल
राजीव बिंदल की पहचान प्रदेश भर में एक कुशल संगठक के रूप में हैं। बिंदल को संगठन का व्यक्ति माना जाता है और फिर संगठन को सख्ती से चलाने के लिए जाने जाते हैं। सोलन के रहने वाले बिंदल मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। वह पहले भी भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रमुख रह चुके हैं। कई बार विधायक रहे बिंदल इस बार चुनाव हार गए क्योंकि पार्टी सोलन जिले में अपना खाता खोलने में विफल रही।

साभार: एजेंसियां, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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