मौसम अलर्ट: पहाड़ से मैदान तक बारिश और बाढ़ का कहर, मूसलाधार बारिश के बीच हिमाचल में आज भी रेड अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की ये बड़ी चेतावनी, पढ़ें पूरी खबर,..

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शिमला:  पहाड़ी खेती, समाचार (09, जुलाई )हिमाचल प्रदेश में जारी मूसलाधार बारिश के बीच मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से हिमाचल प्रदेश में 9 जुलाई के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसको देखते हुए पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी गई है। 10 जुलाई के लिए यलो अलर्ट जारी हुआ है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने हिमाचल के लाहौल-स्पीति में अचानक बाढ़, हिमस्खलन की चेतावनी भी दी है।

इन जिलों के लिए जारी हुआ रेड अलर्ट

शनिवार दोपहर को जारी ताजा मौसम पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिले के लिए बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी हुआ है। वहीं, शिमला, सोलन, सिरमौर व लाहौल-स्पीति के लिए येलो-ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। उधर, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से भी लोगों को एसएमएस के जरिये सचेत रहने की सलाह दी जा रही है।

पर्यटकों व स्थानीय लोग एडवाइजरी का करें पालन

रेड अलर्ट को देखते हुए मौसम विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को संबंधित विभागों की ओर से जारी एडवाइजरी और दिशा-निर्देशों का पालन करने को कहा है। विभाग के अनुसार मौसम के संबंध में जारी की गई किसी भी यातायात सलाह का पालन करें। उन इलाकों में जाने से बचें, जहां अक्सर जलभराव की समस्या रहती है। नदी-नालों से दूर रहें। अपने गंतव्य के लिए रवाना होने से पहले सड़क पर ट्रैफिक जाम का पता करें। असुरक्षित स्थानों में रहने से बचें।

प्रदेश भर में 133 सड़कें बंद, पानी की 1694 स्कीमें, कई जिलों में बाढ़ की आशंका

मूसलाधार बारिश की वजह से प्रदेश भर में 133 सड़कें बंद हैं। हवाई उड़ानें और ट्रेनें भी बाधित हैं। पानी की 1694 स्कीमें ठप हैं। रिवर राफ्टिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी गतिविधियों को रोक दिया गया है। नए भवनों के निर्माण पर भी रोक लगाई गई है। सेब का तुड़ान भी रुक गया है। शिमला जोन में 88, मंडी में 25, हमीरपुर में 10 और कांगड़ा जोन में 10 सड़कें बाधित हैं। एलटी के 218 पोल को नुकसान पहुंचा है। 35 बिजली ट्रांसफार्मर बंद हैं। सड़कों को बहाल करने के लिए राज्य लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने 200 डोजर और जेसीबी तैनात किए हैं। फील्ड कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द की गई हैं। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश की स्थिति में कांगड़ा, चंबा, शिमला, मंडी, कुल्लू, सिरमौर, सोलन, ऊना जिलों में अचानक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने ये सलाह दी

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार बारिश, हिमस्खलन व भूस्खलन संभावित क्षेत्रों और ऊपरी पहाड़ी भागों में जाने से परहेज करें। खराब मौसम में ट्रैकिंग करना व ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जाना खतरनाक हो सकता है। बिजली चमकने की सूरत में कम से कम 30 मिनट तक घरों या सुरक्षित इमारतों के अंदर ही रहना चाहिए। ग्राम पंचायत प्रधानों, उप प्रधानों, गैर सरकारी संगठनों से भी इस संबंध में लोगों को जागरूक करने की अपील की गई है।


 हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं। वहीं, मौसम विभाग ने सभी लोगों से अपील की है कि आज घर से केवल जरूरी काम पड़ने पर ही बाहर निकले, तथा नदी नालों के करीब ना जाएं।


 चेतावनी : ब्यास के बाद सतलुज से खतरा नाथपा बांध से पानी छोड़ने का फैसला। सतलुज किनारे रहने वालों को सुरक्षित जगह जाने की ताकीद। सभी को नदी , नालों खड्डों से दूर रहना जरूरी है। अनावश्यक जोखिम ना उठाएं। सभी को ये खबर शेयर करके सुचित करें।

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