शिमला शहर में बेहतर यातायात व्यवस्था के लिए आमजन से सुझाव आमंत्रित, ईमेल और लिखित में 10 मई तक भेज सकते है सुझाव, पढ़ें पूरी खबर…..

वर्तमान में शिमला शहर, शिमला ग्रामीण और आरटीओ शिमला के तहत पंजीकृत वाहनों की संख्या 1 लाख 21 हजार 437 है। इसके अतिरिक्त प्रदेश भर के करीब 50 हजार वाहन शहर में है। वहीं शहर में रोजाना पांच से छह हजार वाहनों का आवागमन होता है। शहर के बालूगंज, एमएलए क्रासिंग, 103 टनल, ओल्ड बेरियर, शोघी बाजार, विधानसभा क्रासिंग, विक्ट्री टनल, नियर लिफट, खलीनी चौक, सैंट एडवर्ड चौक, संजौली चौक, ढली चौक, मशोबरा बाइफरकेशन, ऑकलैंड टनल, तारा हाॅल, ढली, बीसीएस, कसुम्पटी चौक आदि स्थानों पर वाहनों की कतार हर दिन लगती है। शहर में यातायात व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आम जनता से शिमला जिला प्रशासन द्वारा सुझाव आमंत्रित किए जा रहे है ताकि लोगों के लिए बेहतर यातायात प्लान बनाया जा सके।
शिमला: पहाड़ी खेती, समाचार; शिमला शहर में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जिला प्रशासन ने आम जन से सुझाव आमंत्रित किए है। यह सुझाव लिखित रूप में उपायुक्त शिमला के कार्यालय में अथवा ईमेल: admlo-sml-hp@nic-in के माध्यम से 10 मई 2025 दे सकते है। एडीएम लॉ एंड ऑर्डर शिमला की अध्यक्षता में विशेष समिति आम जन के सुझावों पर अपनी विस्तृत रिपोर्ट तैयार करेगी।
आम जन मुख्य तौर पर स्पीड, रेड लाइट्स, सर्कुलर व अन्य संकरे मार्गों पर वन वे, स्टॉपेज, ट्रैफिक जाम से निजात और भारी वाहनों के आवागमन के बारे में अपने सुझाव दे सकते हैं। इसके साथ ही सभी स्कूल बसों एवं स्कूल टैक्सियों के संचालन के लिए भी आम जन से सुझाव आमंत्रित है।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने कहा कि शिमला शहर पर दिन प्रतिदिन वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है। ऐसे मेें पिछले कुछ समय से शिमला शहर में यातायात चुनौतियां बढ़ती जा रही है। शहर में प्रवेश करने के लिए मुख्यता 4 मुख्यद्वार है, जिनमें शिमला- मंडी रोड जो कि टूटू बालूगंज होते हुए सर्कुलर रोड़ में मिलता है, चंडीगढ़- सोलन-शोघी रोड़़, उपरी शिमला से शिमला शहर को जोड़ने वाला रोड जो कि ढली में मिलता है और करसोग-ततापानी-सुन्नी-शिमला रोड़ ढली में मिलता है।
इसके उपरान्त इन चारों मुख्य द्वार से शहर की एकमात्र सर्कुलर रोड इन चारों मुख्य सड़कों के वाहनों से आवागमन हो रहा है। इस सर्कुलर रोड़ पर शहर के सभी गणमान्य लोग, अधिकारी, कर्मचारी, स्कूली बच्चे व शहर के सभी कारोबारी व सैलानी, सरकारी बसों, निजी बसों व अपने निजी वाहनों से हर रोज सफर करते है। सर्कुलर रोड के अतिरक्त शहर में प्रतिबंधित सड़के है, जिन पर बिना परमिट वाहनों की आवाजाही मान्य नहीं है। ऐसे में सर्कुलर सड़क पर इतनी अधिक तादाद में यातायात सुचारू रूप से चलाना चुनौती बनता जा रहा है, जिस वजह से आम जनता को अपने गन्तव्य स्थल तक आने जाने में हर रोज देरी हो रही है।
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