भारतीय सेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’: बहावलपुर में ब्लैकआउट, 30 से ज्यादा आतंकी ढेर, भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर लिया पहलगाम हमले का बदला, पढ़ें पूरी खबर….

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भारत एक शांतिप्रिय देश है, लेकिन जब उसकी संप्रभुता और सुरक्षा पर आंच आती है, तो वह दुश्मनों को माक़ूल जवाब देने में भी पीछे नहीं हटता। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। देश की बेटियों के सिंदूर को उजाड़ने वालों को सबक सिखाने के लिए भारतीय सेना ने केवल 15 दिनों में ऐतिहासिक जवाब दिया- ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि यह भारत की आत्मा, प्रतिशोध और प्रतिज्ञा का प्रतीक बन गया।

नई दिल्लीपहाड़ी खेती, समाचार; 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। देश की रक्षा में तैनात कई जवान शहीद हुए, और इस बर्बर हमले के बाद देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई। पूरे भारत ने एक स्वर में बदला लेने की मांग की और भारतीय सेना ने इस पर तेजी से अमल किया।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ की शुरुआत

मंगलवार की रात, यानी 7 मई की भोर में करीब 2 बजे, भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर मिसाइल हमले किए। यह सर्जिकल स्ट्राइक नहीं, बल्कि एक अत्यंत सटीक और योजनाबद्ध मिसाइल ऑपरेशन था।

इस ऑपरेशन को ‘सिंदूर’ नाम इसलिए दिया गया, क्योंकि पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों की विधवाओं की पीड़ा को सेना ने एक मिशन में बदला — यह शहीदों की पत्नियों के सिंदूर की रक्षा में उठाया गया कदम था।

हमले के मुख्य निशाने

भारतीय सेना की इस कार्रवाई में कोटली, मुजफ्फराबाद, और बहावलपुर जैसे क्षेत्र मुख्य निशाने पर रहे। इन इलाकों में सक्रिय आतंकी संगठनों के ट्रेनिंग कैंप और लॉजिस्टिक बेस मौजूद थे। हमले इतने सटीक और प्रभावी थे कि पाकिस्तानी खेमे को संभलने का भी मौका नहीं मिला।

बहावलपुर में ब्लैकआउट और दहशत

सबसे अधिक असर बहावलपुर में देखने को मिला, जहां हमले के बाद पूरे शहर में बिजली गायब हो गई। ब्लैकआउट की स्थिति बन गई और इंटरनेट तथा मोबाइल नेटवर्क भी ठप हो गए।

स्थानीय अस्पतालों में घायलों की भीड़ और हड़बड़ी की तस्वीरें सामने आई हैं, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आतंकियों को कितनी बड़ी क्षति हुई है। खबरों के अनुसार 30 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं और दर्जनों घायल हैं।

भारतीय सेना की रणनीति

भारतीय सेना ने स्पष्ट किया कि यह हमला केवल आतंकियों के ठिकानों पर किया गया है। पाकिस्तान की सेना या आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुँचाया गया। यह एक टारगेटेड स्ट्राइक थी — आतंक के खिलाफ, इंसानियत के पक्ष में।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया और पाकिस्तान में हलचल

हमले के बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया। लाहौर एयरपोर्ट पर आपातकालीन सेवाएं चालू कर दी गईं। देशभर में एयर डिफेंस सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया गया है। हालांकि पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सोशल मीडिया पर पाकिस्तानी नागरिकों और पत्रकारों द्वारा शेयर किए गए वीडियो इस हमले की पुष्टि कर रहे हैं।

‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारतीय सेना की रणनीतिक ताकत, तकनीकी क्षमता और नैतिक साहस का प्रमाण है। यह संदेश है उन लोगों के लिए जो भारत की एकता और शांति को चुनौती देने का दुस्साहस करते हैं। भारत अब चुप नहीं बैठता — अब भारत जवाब देता है, और वो भी पूरी ताकत से।

भारत के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि भारतीय सशस्त्र बलों ने “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। मंत्रालय के बयान में कहा-भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और POK में उन आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जहां से भारत पर हमलों की योजना बनाई जा रही थी।”

साभार: एजेंसियां, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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