वीरभद्र सिंह के सदन में आने से मिलता है हौसला: जयराम ठाकुर….

शिमलाः ( पहाड़ी खेती, समाचार )
1962 में पहली बार सांसद बने, दो बार केंद्रीय मंत्री बने और 6 बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद रह चुके दिग्गज कांग्रेसी नेता पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह सियासत के मंझे हुए खिलाड़ी हैं। वह लंबे समय से राजनीति के रण में अपने दांव चल रहे हैं।
वीरभद्र सिंह ऐसे दिग्गज नेता हैं जिन्हें न भ्रष्टाचार के आरोपों से शिकस्त मिली और न ही कांग्रेस का आपसी भितरघात आज तक कोई नुकसान पहुंचा पाया है। देखा गया है कि जिस किसी ने भी उनकी ईमानदार छवि को खराब करने की कोशिश की वे कभी कामयाबी के शिखर तक नही पहुंच पाया है या फिर कुदरत ने उनके दुश्मनों को उनके रास्ते से हटा दिया।
बता दें कि हिमाचल में वीरभद्र सिंह का कांग्रेस ही नहीं, बल्कि भाजपा के कई विधायक उनका दिल की गहराइयों से आदर-सम्मान करते है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ने भी मानसून सत्र के समापन पर कहा कि वीरभद्र सिंह के यहां आने से उन्हें बहुत हौसला मिलता है। उन्होंने मानसून सत्र के दौरान सदन की बैठक में आने के लिए वीरभद्र सिंह का आभार जताया।
इसी तरह से स्पीकर विपिन सिंह परमार ने भी सदन में पहुंचने पर वीरभद्र सिंह का धन्यवाद किया। सत्र के समापन के बाद जयराम उनसे मिले तो वीरभद्र सिंह ने जयराम का हाथ पकड़ा। इस दौरान एक मंत्री, भाजपा के कुछ विधायकों ने तो वीरभद्र सिंह के पांव भी छुए।
सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद मुख्यमंत्री ने शिष्टाचार के नाते सभी विपक्षी विधायकों के पास जाकर उनका आभार जताया। इस दौरान भाजपा के कई विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पांव छूकर उनसे आशीर्वाद लिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज की इस दौरान पीठ भी थपथपाई।
साभार: हिमदर्शन
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