पड़ोसी राज्यों में वीकेंड लॉकडाउन लगने के बाद हिमाचल में छाया सन्नाटा, पर्यटन कारोबार ठप्प, अब नही कर्फ्यू की जरूरत, पढ़े पूरी खबर
हिमाचल के पड़ोसी राज्यों में शनिवार और रविवार को कोरोना के चलते कर्फ़्यू लगने से पर्यटकों में भारी कमी दिखी। शिमला, कुल्लू , धर्मशाला व अन्य कई पर्यटक स्थलों में सन्नाटा छा गया। इसके साथ ही धार्मिक स्थानों में भी श्रद्धालुओं में भारी कमी आई, पढ़े पूरी खबर..
शिमलाः (पहाड़ी खेती, समाचार) पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूटी चंडीगढ़ में वीकेंड लॉकडाउन लगने के बाद हिमाचल में पर्यटन कारोबार ठप्प हो गया है। हिल्स क्वीन शिमला में शनिवार को शहर के अधिकांश होटलों में कमरे खाली रहे। कुछ होटलों में महज पांच से 10 फीसदी ही ऑक्यूपेंसी रही। कोरोना की दूसरी लहर के बाद पर्यटन कारोबार पर असर पड़ना शुरू हो गया था लेकिन वीकेंड पर सैलानियों की आमद जारी थी। इस सप्ताह वीकेंड पर भी सैलानी शिमला नहीं पहुंचे हैं। कसौली में तो शनिवार को होटलियर शून्य फीसदी आक्यूपेंसी बता रहे हैं।
डलहौजी और धर्मशाला में भी अधिकतर होटल खाली है। शिमला के होटल कारोबारियों का कहना है कि अब हालात लॉकडाउन जैसे हो गए हैं। सैलानियों के न आने के कारण होटल बंद करने की स्थिति आ गई है। कमाई न होने के चलते स्टाफ को सेलरी देना संभव नहीं है।
शिमला होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सूद का कहना है कि मौजूदा समय में कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते शिमला में वीकेंड टूरिज्म बुरी तरह प्रभावित हुआ है। वीकेंड पर शिमला में टूरिस्टों के न आने से होटलों के अधिकतर कमरे खाली हैं। सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही। होटलों पर तालाबंदी की नौबत आ गई है।
हिमाचल में फिलहाल कर्फ़्यू लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी अगर पड़ोसी राज्य इसी तरह सप्ताह के अंत में कर्फ्यू को जारी रखतें हैं। जहां पूरे देश में 2.5 लाख से ऊपर कोरोना पॉजिटिव रिकॉर्ड दर्ज किया गया है वहीं हिमाचल में भी इसके आंकड़े दिन पर दिन बढ़ते जा रहे है। हिमाचल में कोरोना के आंकड़े 1000 का आंकड़ा पर कर चुके है जोकि सरकार के लिए विचार-विमर्श कर लॉकडाउन के बारे में सोचने के लिए मजबूर कर रहा है।