देश भर की रैंकिंग में दिल्ली के सरकारी स्कूल ने मारी बाजी, टॉप टेन की सूची में शामिल हैं शहर के चार स्कूल…

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नई दिल्ली :  पहाड़ी खेती, समाचार, दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली के एक सरकारी स्कूल ने देश भर के सरकारी स्कूलों की रैंकिंग में टॉप किया है।

देशव्यापी रैंकिंग में दिल्ली सरकार का स्कूल के बाजी मारने पर डिप्‍टी सीएम सिसोदिया ने ‘टीम एजुकेशन’ को बधाई दी है। ‘इंडिया स्कूल रैंकिंग 2021-22’ की नवीनतम सूची में दिल्ली के चार सरकारी स्कूल देश के शीर्ष 10 सरकारी स्कूलों की सूची में शामिल हैं।

दिल्ली के चार सरकारी स्कूल भारत के शीर्ष दस स्कूलों में हैं शामिल
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली के एक सरकारी स्कूल ने देश भर के सरकारी स्कूलों की रैंकिंग में टॉप किया है। अपने ट्टीटर पर खुशी व्यक्त करते हुए सिसोदिया ने लिखा “दिल्ली के सरकारी स्कूल देश भर के सरकारी स्कूल रैंकिंग में शीर्ष पर हैं। दिल्ली के चार सरकारी स्कूल भारत के शीर्ष दस स्कूलों में शामिल हैं। दिल्ली को बधाई। दिल्ली की टीम शिक्षा को बधाई।”

जानें कौन से हैं दिल्‍ली के वो अव्‍वल सरकारी स्‍कूल

बता दें शिक्षा विश्व भारत की ‘इंडिया स्कूल रैंकिंग 2021-22’ ने देश के सर्वश्रेष्ठ दस सरकारी स्कूलों की ‘इंडिया टॉप गवर्नमेंट डे स्कूल’ सूची की घोषणा की। इस सूची के अनुसार दिल्‍ली के द्वारका के सेक्टर 10 स्थित राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय इस सूची में सबसे ऊपर है। सूची में शामिल दिल्ली के अन्य सरकारी स्कूल – सेक्टर 11, रोहिणी के राजकीय प्रतिभा विकास विद्यालय; सेक्टर 5 द्वारका और यमुना विहार – क्रमशः 6वें, 8वें और 9वें स्थान पर हैं।

दिल्‍ली की केजरीवाल सरकार ने लागू की है ये योजनाएं

बता दें पिछली और वर्तमान सरकार में दिल्‍ली सरकार शहर के सरकारी स्‍कूलों की शिक्षा को और बेहतर बनाने के लिए तमाम प्रयास कर रही है। जिसके चलते सरकारी स्‍कूलों में पढ़ाई का स्‍तर प्राइवेट स्‍कूल से बढि़या हो चुका है। वहीं शहर में शिक्षा को और अधिक सशक्त बनाने के प्रयास में, सिसोदिया ने पिछले महीने 48.14 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की थी और मेरिट-कम-मीन्स वित्तीय सहायता योजना के तहत उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले 6,820 छात्रों को चेक भी दिया था।

13,000 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं
गौरतलब है कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 3 वर्षों में इस योजना के तहत 87 करोड़ रुपये की राशि से 13,000 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं। यह योजना राशन कार्डधारक परिवारों के बच्चों को शत प्रतिशत वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से कम है। उन्हें 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता और जिनके परिवार की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये से अधिक है,लेकिन 6 लाख रुपये से कम तक की 25 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी जाती है।

साभार: oneIndia.com, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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