शिमला : जंगल में अभी भी हैं 5-6 खूंखार तेंदुए, देहरादून से आई टीम सिर्फ एक तेंदुए काे पकड़कर वापस चली गई, पढ़े पूरी खबर..

शिमला: पहाड़ी खेती, समाचार, शहर में तेंदुए के आतंक काे पकड़ने के लिए वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग ने देहरादून के स्पैशल टीम बुलाई थी। यह टीम एक सप्ताह तक शिमला में रही। इस टीम ने रेस्क्यू टीम के साथ सप्ताह भर जंगलाें में तेंदुए की ट्रेसिंग भी की, मगर अब एक तेंदुए काे पकड़ने के बाद टीम वापस देहरादून चली गई है। मगर शहर के साथ जंगलाें में अभी भी कई तेंदुए घूम रहे हैं। वन विभाग खुद मान रहा है कि शहर में ही कई तेंदुए हैं, ऐसे में एक तेंदुए काे पकड़कर टीम काे वापस भेजने से समस्या का समाधान नहीं हाे सकता।
जबकि अभी तक यह भी साबित नहीं हाे पाया है कि जिस तेंदुए ने बच्चाें काे मारा है वह यही मादा तेंदुआ है जाे पकड़ी गई है या फिर काेई और। यही नहीं एक तेंदुए ने ही दाेनाें बच्चाें काे मारा है या अलग-अलग तेंदुओं ने। यदि दाे अलग-अलग तेंदुए हाेंगे ताे फिर खतरा अभी भी टला नहीं है। क्याेंकि आदमखाेर तेंदुआ अभी भी जंगलाें में हाे सकता है। इस बारे में वन विभाग के अधिकारियाें का कहना है कि जाे तेंदुआ आदमखाेर था, उसे दबाेच लिया गया है। ऐसे में एफआरआई की टीम काे वापिस भेज दिया गया है।
जाे मादा तेंदुआ पकड़ी गई है, उसके शावकाें काे पकड़ने के लिए शनिवार काे भी कनलाेग के जंगल के निचले एरिया में टीम का सर्च ऑपरेशन जारी रहा। टीम ने नाले के साथ वाले सभी एरिया का खंगाला। यहीं पर मादा तेंदुआ के साथ बच्चाें की लाेकेशन काे ट्रेस किया गया था। टीम अभी लगातार सर्च ऑपरेशन जारी रखेगी। दाे दिन से शावकाें काे खाने के लिए भी कुछ नहीं मिला हाेगा। ऐसे में वह अब बाहर निकल सकते हैं। लिहाजा टीम अब उनकी हर मूवमेंट काे पकड़ने के लिए काेशिश कर रही है।
शावकाें काे पकड़ने के लिए जहां एक ओर सर्च जारी है, वहीं दूसरी ओर टीम जंगलाें में लगाए गए ट्रैप कैमरा और सीसीटीवी की मदद भी ले रही है। ट्रैप कैमरा में राेजाना शावकाें की मूवमेंट काे रिकार्ड किया जा रहा है। हालांकि वह एक ही दिन कैमरा में आए थे, उसके बाद वह कैमरा में कैद नहीं हाे रहे हैं।
शावकाें के लिए वन विभाग ड्राेन कैमरा की मदद भी नहीं ले पा रहा है क्याेंकि विभाग के अनुसार शावक झाड़ियाें में छुपे रहते हैं, ऐसे में कैमरे में उन्हें ट्रेस नहीं किया जा सकता। हालांकि अभी पिंजरे जंगलाें से हटाए नहीं गए हैं क्याेंकि विभाग उसमें भी उन्हें पकड़ने की काेशिश करेगा। क्याेंकि भूख से बेहाल तेंदुए पिंजरे में आ सकते हैं।
पिंजरे में पकड़ी गई मादा तेंदुए के शनिवार काे भी सैंपल नहीं लिए जा सके। हालांकि शनिवार काे विभाग ने पुलिस के लिए लिखा है। पुलिस विभाग की टीम भी सैंपल लेने के दाैरान माैजूद रहेगी। वहीं अभी मादा तेंदुआ शांत भी नहीं हुई है। यह सैंपल वाइल्ड लाइफ विंग की टीम खुद लेगी। इस सैंपल की जांच पर ही पता चलेगा कि मादा तेंदुआ ने ही दाेनाें बच्चाें काे मारा है या नहीं। साेमवार काे सैंपल लेने की प्रक्रिया पूरी की जा सकती है।
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