मंत्रिमण्डल की बैठक 14 को, लग सकतीं हैं नई कोरोना बंदिशें….

शिमला: । पहाड़ी खेती, समाचार ( 12, जनवरी ) हिमाचल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए और बंदिशें लग सकती हैं। रेंडम टेस्टिंग के साथ सार्वजनिक परिवहन माध्यमों में क्षमता के अनुसार लोग सफर कर सकेंगे। बसों में केवल यात्री सीटों पर बैठकर ही यात्रा कर सकेंगे।

दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों के यात्रियों को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट दिखानी पड़ सकती है। 14 जनवरी को प्रस्तावित प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार नई बंदिशें लगा सकती है। इसके अलावा बैठक में पेंशनर्स के लिए वेतन आयोग की सिफारिशों के संबंधी फैसला हो सकता है।
अभी सरकार ने रात्रि दस बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक कफ्र्यू लगाया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में होने वाली आगामी मंत्रिमंडलीय बैठक में सरकार अधिक सख्त कदम उठा सकती है।
रोस्टर लागू, अब 50 प्रतिशत कर्मचारी आ रहे कार्यालय
प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में अब 50 प्रतिशत कर्मचारी ही आएंगे। इस संबंध में विभागों व निदेशालयों ने रोस्टर लागू कर दिया है। इसके माध्यम से सरकार के ताजा निर्देश की पालना सुनिश्चित की जा रही है। हालांकि इससे कामकाज प्रभावित होगा। लोगों को कार्यालयों के ज्यादा चक्कर काटने पड़ेंगे, क्योंकि रोजाना आधा स्टाफ ही उपस्थित रह पाएगा। ऐसा ओमिक्रोन संक्रमण के फैलाव को रोकने के मद्देनजर किया गया है। सोमवार से शुक्रवार तक पांच दिन तक 50 प्रतिशत की शर्त लागू रहेगी। इसके बाद शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा। यानी सप्ताह में केवल पांच दिन कामकाज होगा। विभागाध्यक्षों ने संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बरतने को कहा है।
अगले आदेशों तक जारी रहेगी व्यवस्था
प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों पर 50 प्रतिशत उपस्थिति की शर्त अगले आदेशों तक लागू रहेगी। यह संक्रमण की दर पर निर्भर करेगी। यदि संक्रमण में गिरावट आई तो सरकार फिर से 100 प्रतिशत उपस्थिति बहाल कर सकती है।
अग्निहोत्री कोरोना जैसे संवदेनशील मुद्दे पर कर रहे राजनीति : सैजल
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री कोरोना महामारी जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं। प्रदेश की जनता तथ्यों से भली-भांति परिचित है और विपक्ष के नेता आधारहीन बयानबाजी से जनता को गुमराह नहीं कर सकते। यह बात स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डा. राजीव सैजल ने शिमला में मंगलवार को जारी बयान में कही।
सैजल ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। कोरोना बंदिशों के कारण मंदिर बंद रखने पर मुकेश अग्निहोत्री के वक्तव्य को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि प्रदेश में कोरोना संकट को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया है। सरकार के प्रयासों के कारण ही कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान प्रदेश में इस महामारी को नियंत्रित करने में सफलता प्राप्त हुई।
साभार: जागरण, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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