मां ऐसी तो कतई नहीं होती! भालू के बाड़े में 3 साल की बेटी को फैंका, देखें चौंकाने वाला CCTV फुटेज…..

कहते हैं कि भगवान हर जगह नहीं पहुंच सकते, इसलिए उसने मां को बनाया। क्योंकि एक मां अपने बच्चे को मुसीबत से बचाने के लिए किसी भी हद को पार कर सकती है। लेकिन क्या हो जब एक मां ही अपने बच्चे की जान की दुश्मन बन जाए।
उज्बेकिस्तान(ताशकंद ): पहाड़ी खेती, समाचार ( 31, जनवरी )
उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) के ताशकंद (Tashkent) से कुछ ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक मां अपनी बच्ची को घुमाने के बहाने चिड़ियाघर पहुंचती है और फिर अपनी मासूम-सी बच्ची को भालू के बाड़े में मरने के लिए धकेल देती है। ये पूरा मामला वहां मौजूद सीसीटीवी (CCTV footage) में कैद हो गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस वीडियो को जिसने भी देखा सहम गया है। हर कोई इस कलियुगी मां को खूब कोस रहा है। शुक्र है कि समय रहते चिड़ियाघर के स्टाफ भालू के बाड़े में पहुंच गए और बच्ची को सुरक्षित वहां से निकाल लिया।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते दिनों ताशकंद में करीब 3 साल की एक बच्ची अपनी मां के साथ चिड़ियाघर घूमने आई थी। इसके बाद उसकी मां उसे भालू को दिखाने के लिए उसके बाड़े की रेलिंग के पास जाकर खड़ी हो गई। सबकुछ सही चल रहा था। लेकिन कुछ ही मिनट बाद वहां ऐसी घटना घटी, जिसे देखकर वहां मौजूद सभी दंग रह गए। महिला ने भालू दिखाने के बहाने अपनी बच्ची को रेलिंग से बाड़े में धकेल दिया। इसका एक सीसीटीवी फुटे सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें महिला को बच्ची को धकेलते हुए देखा जा सकता है।
देखिए कैसे एक मां ने बेटी को भालू के बाड़े में फेंक दिया।
वीडियो में आप देख सकते हैं कि बच्ची के बाड़े में गिरते ही भालू एक्टिव हो जाता है। इसके बाद फौरन बच्ची की ओर दौड़ पड़ता है। राहत की बात है कि जूजू नाम के भालू ने बच्ची को कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाया। भालू ने केवल सूंघकर उसे छोड़ दिया। उधर, बच्ची के बाड़े में गिरने की खबर मिलते ही चिड़ियाघर के स्टाफ फौरन भालू के बाड़े की ओर दौड़ पड़े। इसके बाद उन्होंने बच्ची को वहां से सुरक्षित निकाल लिया। इस घटनाक्रम में बच्ची को मामूली चोट आई है, लेकिन वह काफी घबराई हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना के बाद बच्ची की मां को पुलिस ने कस्टडी में ले लिया। महिला पर बच्ची की हत्या की कोशिश का आरोप लगा है। अगर वह इसकी दोषी पाई जाती है, तो उसे कम से कम 15 साल की सजा होगी। वहीं, चिड़ियाघर के स्पोक्सपर्सन का कहना है कि महिला ने जानबूझकर बच्ची को बाड़े में फेंका था। इसके अलावा वहां मौजूद लोगों ने भी अपने बयान में यही कहा है। लोगों का कहना है कि हमने तब महिला को रोकने की भी कोशिश की, लेकिन तब तक वह अपनी बच्ची को भालू के बाड़े में फेंक चुकी थी। हालांकि, महिला ने ऐसा क्यों किया इसका अब तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है।
साभार: TV 9 भारतवर्ष, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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