स्कूल के बाद पूर्वी यूक्रेन के लुहांस्क में दो विस्फोट , बाइडन का दावा – रूस के निशाने पर यूक्रेन….

मास्को, रायटर्स : पहाड़ी खेती, समाचार ( 19, फरवरी ) पूर्वी यूक्रेन के लुहांस्क में एक और विस्फोट की खबर है। रूसी न्यूज एजेंसी ने स्थानीय अथारिटी का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। रिपोर्ट में बताया गया कि दोनों विस्फोटों के बीच में 40 मिनट का अंतराल था।
हालांकि इस विस्फोट में किसी तरह की हानि की कोई खबर नहीं है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन लगातार यूक्रेन पर रूसी हमले की प्रबल संभावना के संकेत दे रहे हैं।
शुक्रवार को बाइडन ने कहा कि रूस के ब्लादीमिर पुतिन ने कुछ दिनों के भीतर ही यूक्रेन पर हमले का फैसला ले लिया है। उन्होंने कहा कि कीव में 28 लाख लोग रह रहे हैं। बाइडन ने रूस पर झूठी सूचना फैलाने और लोगों को गुमराह करने का आरोप भी लगाया। दरअसल बाइडन के इस बयान से कुछ देर पहले ही मास्को समर्थित अलगाववादियों ने लोगों को बसों से लोगों को तुरंत इलाके से निकल जाने को कहा।
पूर्वी यूक्रेन में बढ़ते तनाव के बीच एक अलगाववादी नेता पहले ही नागरिकों को रूस भेजने की घोषणा कर चुके हैं। दोनेत्स्क क्षेत्र में अलगाववादी सरकार के प्रमुख देनिश पुशिलिन ने कहा कि पहले महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को निकाला जाएगा। अलगाववादी नेता ने कहा कि रूस ने उनके नागरिकों को ठहराने के लिए आवश्यक सुविधाएं तैयार की हैं। इसके बाद लुहांस्क ने भी इसी तरह की घोषणा की।
लुहांस्क के नेता लियोनिड पासचनिक ने कहा कि नागरिकों को खून-खराबे से बचाने के लिए मैं लोगों से अपील करता हूं कि जितना जल्दी हो सके रूस चले जाएं। यह कदम हाल के दिनों में क्षेत्र में यूक्रेन के सरकारी बलों और रूस समर्थित विद्रोहियों के बीच गोलाबारी में वृद्धि के बीच आया है। इससे पश्चिमी आशंकाओं को बल मिला है कि रूस इस बहाने हमला कर सकता है।
पूर्वी यूक्रेन में 2014 में हुए अलगाववादी संघर्ष में 14,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के दोनों क्षेत्रों में लाखों की आबादी रहती है। इनमें अधिकतर लोग रूसी भाषी हैं और कइयों ने तो रूस की नागरिकता भी हासिल कर ली है। बता दें कि अमेरिका ने दावा किया है कि पिछले एक माह के दौरान ही रूस ने यूक्रेन की सीमा पर अपने अपने सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है। अमेरिका का कहना है कि रूस ने पिछले हफ्ते यूक्रेन सीमा से अपने सैनिकों की संख्या में कमी का झूठा दावा किया था।
साभार: जागरण, सोशल मीडिया नेटवर्क।

About The Author
