हिमाचल कांग्रेस में बड़ा बदलाव : सांसद प्रतिभा सिंह बनीं कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष, प्रदेश में सत्ता वापसी के लिए बिछने लगी बिसात, पढ़े पूरी खबर

नई दिल्ली : पहाड़ी खेती, समाचार ( 27, अप्रैल )
हिमाचल में नेतृत्व को लेकर उलझी कांग्रेस को एकजुट करने और विधानसभा चुनाव जीतने के लिए पार्टी हाईकमान ने फिर पूर्व में 6 बार रहे मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के नाम का सहारा लिया है। पार्टी को उम्मीद है कि जैसा करिश्मा वीरभद्र के नाम पर बीते साल उप चुनाव में देखने को मिला हैं, आगामी विस चुनाव में भी कांग्रेस वैसा ही प्रदर्शन कर करेगी। विधानसभा चुनाव से पहले प्रतिभा सिंह को अध्यक्ष बनाकर स्व. वीरभद्र की विरासत को आगे बढ़ाने का साफ संदेश दिया गया है।
कुलदीप राठौर का तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी प्रतिभा वीरभद्र सिंह को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस का 32वां अध्यक्ष बनाया गया है। मंगलवार देर शाम को कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश कांग्रेस में बड़ा फेरबदल किया है।
नए अध्यक्ष के साथ चार कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक सुखविंद्र सुक्खू को चुनाव प्रचार कमेटी की कमान सौंपी गई है। मुकेश अग्निहोत्री नेता प्रतिपक्ष बने रहेंगे। विधायक हर्षवर्द्धन चौहान को उपनेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया। विधायक जगत सिंह नेगी को मुख्य सचेतक का पदभार दिया गया है।
चुनावी वर्ष में क्षेत्रीय संतुलन साधते हुए चंबा से पूर्व मंत्री हर्ष महाजन, कांगड़ा से विधायक पवन काजल, हमीरपुर से विधायक राजेंद्र राणा और सिरमौर से विधायक विनय कुमार को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। बता दें कि हाईकमान यह पहले ही तय कर चुका है कि प्रदेश में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाएगा। चुनाव से पहले मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं की जाएगी।
मंडी उपचुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को चारों खाने चित करने वाली पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी सांसद प्रतिभा सिंह के सहारे पार्टी हाईकमान ने सत्ता में वापसी की योजना बनाई है। बीते कई विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ही चुनाव प्रचार कमेटी के अध्यक्ष रहे। अब उनके देहांत के बाद प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में उनके वैचारिक तौर पर प्रतिद्वंद्वी रहे सुखविंद्र सिंह सुक्खू को प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाकर दोनों धड़ों को हाईकमान ने अधिमान दिया है। सुक्खू को स्क्रीनिंग कमेटी का सदस्य भी चुना गया है।
यह कमेटी टिकट तय करती है। पूर्व अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी में जिम्मेदारी सौंपने के साथ ठियोग विधानसभा क्षेत्र से टिकट देने की तैयारी है।
बता दें कि कांग्रेस में लंबे समय से नेतृत्व परिवर्तन को लेकर अंदरुनी लड़ाई चल रही थी। पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर को बार बार पद से हटाने के लिए दिल्ली दरबार में शिकायते की जा रही थी। विरोधी गुट के नेता कई बार अज्ञात पत्र जारी कर भी कुलदीप राठौर के खिलाफ षड़यंत्र रचते रहे हैं। इससे कार्यकर्ता भी हतोत्साहित हो रहे थे। यही वजह है कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव से पहले पूरी तरह निष्क्रिय हो गई है, जबकि बीते साल कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा को उप चुनाव में 4-0 से करारी पराजय दी है।
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