‘प्रधानमंत्री की रैली’ शिमला रिज पर नहीं, अनाडेल मैदान में हो , हजारों की भीड़ से रिज को खतरा – संजय चौहान…..

- रिज मैदान के नीचे शिमला शहर के लिए पेयजल भंडारण टैंक बना है। लगभग 112 साल पहले बने इस टैंक के निरीक्षण के दौरान एक छोर में दरारें भी देखने को मिली है। टैंक निर्माण में पत्थरों की चिनाई ही की गई है, जो कमजोर पड़ती जा रही है। पुरानी सामग्री कमजोर पड़ चुकी है। इससे टैंक के ऊपर रिज मैदान पर प्रधानमंत्री की रैली के लिए जुटने वाली भीड़ से खतरा पैदा हो सकता है।
- इसलिए वहां इतना बड़ा आयोेजन करवाना सुरक्षित नहीं होगा। बता दें कि रिज मैदान के धंसने का खतरा बताकर पूर्व एमसी के डिप्टी मेयर ने प्रधानमंत्री मोदी को 2017 में यहां रैली नहीं करने के लिए पत्र लिखा था। उस दौरान भी उप- महापौर ने रिज मैदान पर बने भंडारण टैंक के एक ओर आई दरारों का हवाला दिया था। सुरक्षा कारणों के चलते पिछले कई सालों से समर फेस्टिवल के स्टेज को भी गेयटी की ओर शिफ्ट कर बनाया जाता रहा है।
- संजय चौहान ने तथ्यों के आधार पर मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय से आग्रह किया है कि वह 2017 में शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर के पत्र को लिखे जाने की वजह को समझते हुए रिज रैली स्थल को अनाडेल मैदान या कहीं और तय किए जाने के दिशा निर्देश दें ताकि ऐतिहासिक रिज मैदान की सुरक्षा को कोई खतरा न हो।
- चौहान ने भविष्य में भी रिज मैदान पर ऐसे बड़े आयोजन न करवाए जाने का फैसला लिए जाने पर भी जोर दिया है। पढ़ें पूरी खबर..
शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार ( 25, मई ) शिमला नागरिक सभा माननीय प्रधानमंत्री की शिमला की प्रस्तावित यात्रा का स्वागत करती है तथा आशा करती है कि प्रधानमंत्री इस दौरान शिमला शहर व प्रदेश के लिए विकास की नई परियोजनाओं के आर्थिक पैकेज की घोषणाएं करेगें तथा पूर्व यात्राओं के दौरान प्रदेश के लिए किये गए वायदों को अमलीजामा पहनाएंगे। सरकार ने इस यात्रा के दौरान एक रैली करने का कार्यक्रम बनाया है जिसमें सरकार दावा कर रही है कि हजारों की भीड़ एकत्र की जाएगी।
ऐसी स्थिति में सभा सरकार व प्रधानमंत्री कार्यालय से निवेदन करती है कि जनहित व आज की वस्तुगत स्थिति को ध्यान में रखते हुए रैली का स्थान रिज मैदान से बदल कर अनाडेल मैदान में निश्चित किया जाए ताकि शिमला शहरवासियों को इस यात्रा के दौरान कम से कम असुविधा हो और रिज टैंक की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाए।
अब केवल एक सप्ताह का समय प्रधानमंत्री की 31 मई, 2022 को होने वाली रैली के लिए शेष रहे हैं परन्तु पिछले कुछ दिनों से सरकार व प्रशासन के द्वारा इस रैली की तैयारी को लेकर जो कार्य किये जा रहे हैं उससे जनता को कई प्रकार की असुविधाएं हो रही है। शिमला शहर में पिछले कुछ समय से लंबे जाम की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शहर में जहाँ पर सफर में 10 से 15 मिनट लगते हैं वहाँ 2 घण्टो तक का समय लग रहा है। जिससे शहर में स्कूल जाने वाले बच्चों, कर्मचारियों व नियमित रूप से काम पर जाने वाले लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इसके साथ ही साथ जैसे रैली का समय नजदीक आएगा शहर के रास्तों में बैरिकेडिंग बढ़ेगी और जनता के साथ ही साथ पर्यटकों की भी परेशानी और अधिक बढ़ेगी और इससे लम्बे समय से पर्यटन व्यवसाय जोकि संकट के दौर से गुजर रहा था और भी अधिक प्रभावित होगा।
इसके साथ ही शहर में लम्बे समय से पेयजल का भी संकट चल रहा है परन्तु अब प्रधानमंत्री की प्रस्तावित यात्रा के कारण शहर की साफ सफाई में भी इसी पानी का प्रयोग किया जा रहा है जिससे पेयजल का संकट और अधिक विकराल हो रहा है और अब शहर में पेयजल आपूर्ति नियमित नही की जा रही है और एक दिन छोड़ कर पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। कई क्षेत्रों में तो 4 से 6 दिनों के बाद पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इससे जनता की परेशानी और अधिक बढ़ गई है।
रिज मैदान एक ऐतिहासिक धरोहर है और इसके निचे 100 वर्ष से अधिक समय पहले बना जो टैंक है उससे शहर के 40 प्रतिशत से अधिक क्षेत्रों में पेयजल की आपूर्ति की जाती है। वर्ष 2016 में पूर्व नगर निगम ने इसके एक हिस्से में दरारें देखी थी और इसकी मुरम्मत के लिए तुरन्त उचित कार्य करने के लिए योजना बनाई थी।
इसको ध्यान में रखते हुए पूर्व नगर निगम के उपमहापौर ने वर्ष 2017 में भी प्रधानमंत्री की रिज पर प्रस्तावित रैली को लेकर इस स्थान पर रैली न कर अन्य स्थान पर रैली करने के लिए एक पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय को लिखकर आग्रह किया था। वर्ष 2020 में टैंक में दरारे और अधिक बढ़ गई थी और उसके पश्चात इसकी कुछ हद तक मुरम्मत भी की गई है। ऐसी परिस्थिति में हजारों की भीड़ इस पर इकट्ठा करना इसके लिए और अधिक खतरा पैदा कर सकता है।
शिमला नागरिक सभा आशा करती है कि वर्तमान परिस्थिति में जनभावनाओं व इस रैली से जनता को होने वाली असुविधा तथा रिज मैदान व टैंक की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस रैली के स्थान को रिज मैदान से बदलकर अनाडेल मैदान में किया जाएगा।
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