दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ा….

शिमलाः (पहाड़ी खेती, समाचार)
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम केन्द्र के अनुसार:
- दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज कच्छ और गुजरात क्षेत्र तथा मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों, राजस्थान के कुछ हिस्सों, चंडीगढ़, उत्तरी पंजाब, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों और पूरे उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट-बाल्टिस्तान और मुज़फ़्फ़राबाद की तरफ बढ़ गया है।
- मानसून की उत्तरी सीमा (एनएलएम) जैसलमेर, पाली, सवाई माधोपुर, मैनपुरी, बिजनौर और पठानकोट से होकर गुजरती है।
- अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के कुछ और हिस्सों, उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के अधिकांश हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हो गई हैं।
मौसम संबंधी वर्तमान स्थिति
- एक चक्रवाती चक्कर पूर्वोत्तर राजस्थान में कम क्षोभमण्डल के स्तर पर है।
- एक और चक्रवाती चक्कर पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में निचले क्षोभ मंडल स्तर पर है।
- उत्तर पश्चिमी राजस्थान से दक्षिण बिहार तक निचले ट्रोपोस्फेरिक स्तरों पर कम दबाव वाला क्षेत्र है।
भविष्यवाणी और चेतावनियां
- अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ हल्की / मध्यम से लेकर व्यापक वर्षा होने की संभावना है और इसके बाद इसकी तीव्रता और विस्तार में कमी आने की संभावना है।
- अगले 4-5 दिन के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
- पूर्वी और उत्तर पश्चिमी भारत में पूर्वी-पश्चिमी कम दबाव वाले क्षेत्र के पूर्वी हिस्सेके उत्तर की ओर बढ़ जाने के कारण पूर्वोत्तर और आसपास के पूर्वी भारत में बंगाल की खाड़ी से आने वाली तेज हवाओं / दक्षिण-पश्चिम हवाओं के टकराने के कारण, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और बिहार में अगले 4-5 दिन के दौरान व्यापक रूप से भारी से बहुत भारी व्यापक वर्षा जारी रहने की संभावना है। 25-26 जून के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा बिहार में और 24-27 जून, 2020 के दौरान असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी वर्षा होनेकी संभावना है।
[नोट: * वर्षा भारतीय समयानुसार अगले दिन 0830 तक।
संकेतिका:
भारी वर्षा: 64.5-115.5 एमएम/दिन; छिटपुट वर्षा (≤25 प्रतिशतस्थानों पर वर्षा), छिटपुट या कुछ स्थानों पर वर्षा (26 से 50 प्रतिशतस्थानों पर वर्षा), अनेक स्थानों पर अथवा व्यापक वर्षा (51–75 प्रतिशतस्थानों पर वर्षा) और अधिकांश स्थानों पर अथवा विस्तृत वर्षा (>75 प्रतिशतस्टेशनों पर वर्षा)]

साभार: पी. आई. बी., भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय,भारत सरकार। सन्दर्भ सूूत्र: विकिपीडिया
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