दक्षिण-पश्चिम मानसून आगे बढ़ा….

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शिमलाः (पहाड़ी खेती, समाचार)

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नई दिल्‍ली स्थित राष्‍ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्‍द्र/ क्षेत्रीय मौसम केन्‍द्र के अनुसार:

मौसम संबंधी वर्तमान स्थिति

  • एक चक्रवाती चक्‍कर पूर्वोत्तर राजस्थान में कम क्षोभमण्डल के स्तर पर है।
  • एक और चक्रवाती चक्‍कर पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश में निचले क्षोभ मंडल स्तर पर है।
  • उत्‍तर पश्चिमी राजस्‍थान से दक्षिण बिहार तक निचले ट्रोपोस्‍फेरिक स्‍तरों पर कम दबाव वाला क्षेत्र है।

भविष्‍यवाणी और चेतावनियां

  • अगले 48 घंटों के दौरान पश्चिमी हिमालय क्षेत्र और पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ हल्की / मध्यम से लेकर व्यापक वर्षा होने की संभावना है और इसके बाद इसकी तीव्रता और विस्‍तार में कमी आने की संभावना है।
  • अगले 4-5 दिन के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
  • पूर्वी और उत्‍तर पश्चिमी भारत में पूर्वी-पश्चिमी कम दबाव वाले क्षेत्र के पूर्वी हिस्‍सेके उत्तर की ओर बढ़ जाने के कारण पूर्वोत्‍तर और आसपास के पूर्वी भारत में बंगाल की खाड़ी से आने वाली तेज हवाओं / दक्षिण-पश्चिम हवाओं के टकराने के कारण, पूर्वोत्तर भारत, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम और बिहार में अगले 4-5 दिन के दौरान व्यापक रूप से भारी से बहुत भारी व्यापक वर्षा जारी रहने की संभावना है। 25-26 जून के दौरान उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम तथा बिहार में और 24-27 जून, 2020 के दौरान असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी वर्षा होनेकी संभावना है।

[नोट: * वर्षा भारतीय समयानुसार अगले दिन 0830 तक।

संकेतिका:

भारी वर्षा: 64.5-115.5 एमएम/दिन; छिटपुट वर्षा (≤25 प्रतिशतस्‍थानों पर वर्षा), छिटपुट या कुछ स्‍थानों पर वर्षा (26 से 50 प्रतिशतस्‍थानों पर वर्षा), अनेक स्‍थानों पर अथवा व्‍यापक वर्षा (51–75 प्रतिशतस्‍थानों पर वर्षा) और अधिकांश स्‍थानों पर अथवा विस्‍तृत वर्षा (>75 प्रतिशतस्‍टेशनों पर वर्षा)]

दक्षिण पश्चिम मानसून का आगे बढ़ना

साभार: पी. आई. बी., भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, पृथ्‍वी विज्ञान मंत्रालय,भारत सरकार। सन्दर्भ सूूत्र: विकिपीडिया

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