शिमला: राष्ट्रपति के काफिले के लिए पुलिस ने रोकी एम्बुलेंस, लगभग 20 मिनट तक स्कैंडल पॉइंट पर मरीज सहित खड़ी रही, पढ़ें पूरी खबर…..
शिमला: पहाड़ी खेती, समाचार (19,अप्रैल )राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के शिमला दौरे के दौरान राजधानी पुलिस छावनी में तब्दील हो गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। बुधवार सुबह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का काफिला स्कैंडल प्वाइंट से जाना था, इसके चलते उस समय वहां से मरीज को लेकर जा रही एम्बुलेंस को पुलिस ने रोक दिया। लगभग 20 मिनट तक एम्बुलेंस मरीज सहित खड़ी रही।
काफिले के गुजरने के बाद एम्बुलेंस को वहां से जाने दिया गया हालांकि, डीसी शिमला के आदेशानुसार, सभी राष्ट्रपति के दौरे के दौरान वाहनों के आवागमन पर रोक थी, लेकिन आपातकालीन वाहनों पर यह आदेश लागू नहीं थे। डीसी ने 17 अप्रैल को आदेश जारी किए थे, बावजूद एम्बुलेंस को रोका गया।
राष्ट्रपति के काफिले के लिए मरीज को अस्पताल ले जा रही एम्बुलेंस को 20 मिनट तक रोके रखना गलत : प्रवीण चौहान
मामले पर उच्च न्यायालय के अधिवक्ता ने कहा कि पुलिस को एम्बुलेंस को वहां से जाने देना चाहिए था। स्कैंडल प्वाइंट पर एम्बुलेंस को 20 मिनट से रोका गया था, जो कि गलत बात है।
वहीं, एम्बुलेंस ड्राइवर ने बताया कि पुलिस ने स्कैंडल प्वाइंट के पास उसे रोका था। वह एक मनोरोगी को लेकर अस्पताल जा रहे थे लेकिन पता नही क्यों पुलिस ने मुझे यहां रोक दिया।
पीएम ने पेश की थी मिसाल
एक तरफ जहां राष्ट्रपति के काफिल के चलते एंबुलेंस को रोका गया वहीं, इसके विपरित हमने अक्सर देखा है कि एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का काफिला खुद कई बार रोका गया। पीएम मोदी की गाड़ी को एक तरफ करते हुए कई बार एंबुलेंस को रास्ता दिया गया है हालांकि, शिमला में पुलिस ने इसके उलट एंबुलेंस रोक ली।