रहस्यमय पत्थर पानी में तैर रहा था, पत्थर को थाने लेकर आई पुलिस, पुलिस थाने में उमड़ी लोगों की भीड़, पढ़ें पूरी खबर..

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पानी में तैरता पत्थर बना आस्था का केंद्र, पत्थर को थाने लेकर आई पुलिस, पत्थर को देखने उमड़ी लोगों की भीड़, पढ़ें पूरी खबर..

बंगाणा: पहाड़ी खेती, समाचार (29, जुलाई )गोबिंद सागर झील के लठियाणी-मंदली घाट पर पानी में तैरता पत्थर मिला है। झील में तैरते पत्थर का रहस्य क्या है, इस पर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।जानकारी के अनुसार वीरवार सायं पुलिस टीम घाट पर अपनी रूटीन चैकिंग के लिए गई हुई थी। इस दौरान टीम को झील में एक पत्थरनुमा चीज तैरती दिखाई दे रही थी। यह देख पुलिस जवान भी हैरान हो गए। जवान उक्त पत्थर को उठाकर थाना बंगाणा ले आए। जब थाना बंगाणा में पानी की भरी बाल्टी में उक्त पत्थर को डाला तो पत्थर बाल्टी में भी तैरने लगा।

पत्थर तैरने की खबर जैसे ही लोगों को पता चली आसपास के लोग थाना बंगाणा में पत्थर देखने पहुंच गए। शुक्रवार को थाने में काफी भीड़ उमड़ पड़ी। जब जनता के सामने उक्त पत्थर का वजन किया तो करीब पौने तीन किलोग्राम पाया गया। पत्थर को लेकर लोगों के बीच तरह तरह की चर्चाएं हो रही है। कई लोग उक्त पत्थर को रामसेतु से जोड़ रहे हैं। जिस कारण लोग इस अनोखे पत्थर को स्पर्श करने के लिए और एक दर्शन के लिए काफी उत्साहित है।

थाना बंगाणा के एएसआई रविंद्र का कहना है कि गश्त के दौरान झील के लाठियाणी-घाट पर उक्त पत्थर पानी में तैरता हुआ मिला है। हम उक्त पत्थर को थाना बंगाणा ले आए हैं। पत्थर कैसे पानी में तैर रहा है। इसका रहस्य उन्हें नहीं पता।

आईआईटी मंडी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. वेंकेट उदय ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो कई पत्थरों की संरचना ऐसी होती, जो ऊपरी सतह से ठोस और अंदर से खोखले होते हैं। इस कारण इनमें वायु रहती है और वे डूबते नहीं। वहीं कई वर्षों तक जंगलों में पड़ी लकड़ी जैसी वस्तुओं के ऊपर भी पत्थर जैसी परत बन जाती है। ऊपर से पत्थर और भीतर लकड़ी जैसी संरचना वाली वस्तुएं भी पानी में तैर जाती हैं।

साभार: एजेंसियां, हिमदर्शन , सोशल मीडिया नेटवर्क।

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