रामपुर में भारी बारिश के चलते भूस्खलन, शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे हुआ अवरुद्ध: पढ़ें पूरी खबर…..

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रामपुर: पहाड़ी खेती, समाचार (30, जुलाई )हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। शुक्रवार रात शिमला (Shimla) जिले के रामपुर क्षेत्र में भारी बारिश हुई, जिससे भूस्खलन हुआ, जिसकी वजह से जियोरी में शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे पांच ब्लॉक हो गया है।

हालांकि, काफी मशक्कत के बाद यहां के बोर्नी नाले पर सड़क खोल दी गई है। वहीं भारी बारिश के बाद कई स्थानों पर पानी और बिजली की आपूर्ति काट दी गई है। इतना ही नहीं कुछ घरों में तो दरारें आ गईं हैं।

रामपुर के विधायक नंद लाल ने कहा कि पिछले तीन हफ्तों से लगातार बारिश ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। राहत और बहाली का काम जोरों से चल रहा है। सड़कें खोलने के लिए भारी मशीनरी तैनात की गई है और असुरक्षित घरों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।वहीं प्रभावित इलाकों में से एक निवासी रतन चंद गौतम ने कहा कि लोग अधिक बारिश से डरे हुए हैं। इलाके में जमीन धंस रही है और घरों में दरारें आ गई हैं। पानी और बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है।

प्रशासन ने लोगों को दी ये सलाह
इस बीच, जिला अधिकारियों ने लोगों को सड़कें खुलने तक भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है। अधिकारियों ने कहा कि बहाली का काम युद्ध स्तर पर किया जा रहा है और सड़कें जल्द ही खोले जाने की संभावना है। बता दें शुक्रवार रात को कुल्लू जिले के आनी क्षेत्र के जाबन के ऊपरी इलाकों में भी बादल फट गया, जिससे देवरी खड्ड में बाढ़ आ गई। अचानक आई बाढ़ ने बागों को क्षतिग्रस्त कर दिया और कई स्थानों पर अन्नी-बरसा सड़क दुर्गम हो गई है।

पानी के डिस्चार्ज में बढ़ोतरी से कोटू नाले में भी बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है कुछ घर और गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गईं लेकिन पानी कम होने के बाद स्थिति अब सामान्य है। कुल्लू के उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। गौरतलब है कि 24 जून को मॉनसून की शुरुआत के बाद से अब तक हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं में 187 लोगों की मौत हो चुकी है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, चौंतीस लोग लापता हैं।

साभार: एजेंसियां, ABP न्यूज़, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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