पिछले 9 वर्षों में दूध उत्पादन में 57.62 % की वृद्धि हुई है और यह विश्व रिकॉर्ड है: केंद्रीय मंत्री….
- सेक्स सॉर्टेड सीमेन किसानों को 250 रुपये में उपलब्ध होगा। जो पशुधन की नस्ल को सुधारने में मदद करेगा।
- पशुधन के अनुवांशिक सुधार की दिशा में यह जिनोमिक चिप फायदेमंद साबित होगी।
- प्रधानमंत्री मोदी ने गाय के लिए गौ चिप और भैंस के लिए महिषी चिप का लोकार्पण भी किया।
वाशिम (महाराष्ट्र): पहाड़ी खेती, समाचार (05, अक्टूबर ) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के वाशिम में कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र से संबंधित लगभग 23,300 करोड़ रुपये की विभिन्न पहलों का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने मवेशियों के लिए एकीकृत जीनोमिक चिप और स्वदेशी सेक्स-सॉर्टेड सीमेन प्रौद्योगिकी का शुभारंभ किया।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पशुपालन विभाग के दो कार्यक्रमों सेक्स सॉर्टेड सीमेन और जीनोमिक चिप का उद्घाटन किया। पशुधन नस्ल सुधार में सेक्स सॉर्टेड सीमन काफी कारगर है और अब तक इसका निर्माण बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किया जाता था। इसकी कीमत 800 रुपये थी, जो किसानों को सस्ती दर पर नहीं मिल पाता था, प्रधानमंत्री की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत, पशुपालन और डेयरी विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड ने 250 रुपये की कीमत वाले सेक्स सॉर्टेड वीर्य की स्वदेशी तकनीक विकसित की है जिसका उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। अब यह सेक्स सॉर्टेड सीमेन किसानों को 250 रुपये में उपलब्ध होगा जो पशुधन की नस्ल को सुधारने में मदद करेगा।
राजीव रंजन सिंह ने बताया कि जिनोमिक चिप डीएनए पर आधारित है जो कि पशुओं के अनुवांशिक सुधार में बहुत ही कारगर साबित होता है। पूरी दुनिया – अमरीका, डेनमार्क, नीदरलैंड ने इस तकनीक का प्रयोग किया जिससे उनके पशुधन में अनुवांशिक सुधार हुआ है। पशुधन के अनुवांशिक सुधार की दिशा में यह जिनोमिक चिप फायदेमंद साबित होगी जो कि किसानों के लिए लाभकारी होगी। प्रधानमंत्री मोदी ने गाय के लिए गौ चिप और भैंस के लिए महिषी चिप का लोकार्पण भी किया।
राजीव रंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों में आज हमारा देश विश्व में दूध उत्पादन के क्षेत्र में पहले स्थान पर है। पिछले 9 वर्षों में दूध उत्पादन में 57.62 % की वृद्धि हुई है और यह विश्व रिकॉर्ड है। आज दुनिया में दूध उत्पादन के क्षेत्र में दो प्रतिशत की वृद्धि वार्षिक दर से होती है जबकि हमारे देश में दुग्ध उत्पादन में 6% वार्षिक दर से वृद्धि होती है। यह राष्ट्रीय गोकुल मिशन का परिणाम है कि आज हम दुनिया में दुग्ध उत्पादन में एक नंबर पर हैं। पशुपालन विभाग की दो योजनाओं का लोकार्पण करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
साभार: एजेंसियां, सोशल मीडिया नेटवर्क।