शिमला: पहाड़ी खेती, समाचार (03, अक्टूबर ) आज कल घरों में बागवानी (Gardening) के शौकीन लोगों के लिए पौधों में कीड़े या फंगल लग जाना एक बड़ी समस्या रहती है। कीड़ों की वजह से पौधों का विकास रुक जाता है और कभी-कभी पौधे मर भी जाते हैं।
लेकिन अगर आप इसका प्राकृतिक और सरल उपाय ढूंढ रहे हैं, तो नीम की खल्ली एक बेहतरीन उपाय है। यह न केवल कीड़े और फंगस से पौधों को बचाती है, बल्कि पौधों को पोषण भी भरपूर देती है। आइए जानते हैं आप घर पर ही नीम की खल्ली कैसे बना सकते हैं और इसका सही तरीके से उपयोग कैसे किया जा सकता है।
नीम की खल्ली बनाने का तरीका :
नीम के बीजों को जिसे गुठली के रूप में जाना जाता है, को सुखाकर और उसके बाद उन्हें पीसकर पाउडर के रूप में बनाते हैं।
नीम की खल्ली बनाने के लिए सबसे पहले आप नीम की ढेर सारी पत्तियां और इसके बीज इक्कठा कर लाएं। इन पत्तियों को 3 दिनों तक धूप में अच्छी तरह सुखा लें। जब ये पूरी तरह सूख जाएं तो इन्हें हाथों से मसलकर पाउडर बना लें। आप चाहें तो इन्हें मिक्सी जार में डालकर भी बारीक पीस सकते हैं। अब आप इसे किसी बॉक्स में स्टोर कर लें। नीम की खली इस्तेमाल के लिए तैयार है।
इसका इस्तेमाल
आप नीम के इन खली को कई तरह से पौधों में इस्तेमाल कर सकते हैं। पहला तरीका है कि आप एक बाल्टी पानी में दो कप नीम की खली डालें और कुछ देर छोड़ दें। 4 से 5 घंटे बाद इस पानी को पौधों की पत्तियों, डाल और जड़ों पर अच्छी तरह से डालें।
दूसरा तरीका है कि आप गमलों की मिट्टी की गुड़ाई कर लें और दो से तीन चम्मच नीम के इस पाउडर को मिट्टी में डाल दें । इस तरह पौधों में कीड़े नहीं लगेंगे और इनको भरपूर पोषण भी मिलेगा। आप इसे 15-20 दिन के अंतराल पर नियमित रूप से प्रयोग करें।
नीम की खल्ली के फायदे:
- नीम की खल्ली एक प्राकृतिक कीटनाशक और फंगीसाइड के रूप में काम करती है।
- इसमें मौजूद एजाडिरेक्टिन (Azadirachtin) कीटों को पौधों से दूर रखता है।
- यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने का काम करती है, जिससे पौधों को जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं।
साभार: एजेंसियां, सोशल मीडिया नेटवर्क।