“शीतोष्ण फलों, सब्जियों और आलू की उन्नत तकनीक” विषय पर अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू….

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शिमलाः (पहाड़ी खेती, समाचार) भा॰कृ॰अनु॰प॰ -केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला द्वाराभा॰कृ॰अनु॰प॰-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान-केंद्र, अमरतरा कॉटेज, शिमला के शोधफार्म ढांडा में चियोग एवं शोघी पंचायत के 100 किसानों के लिए “शीतोष्ण फलों, सब्जियों और आलू की उन्नत तकनीक” विषय पर अनुसूचित जाति उपयोजना के तहत 3-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह 17 फरवरी 2021 को आयोजित किया गया जिसमे मुख्य अतिथि डॉ॰ एन.के. पाण्डेय, संभागाध्यक्ष, सामाजिक विज्ञान संभाग,केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान शिमला रहे तथा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ॰ कल्लोल प्रमाणिक, अध्यक्ष,भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान-केंद्र, अमरतरा कॉटेज, शिमला ने की ।

उन्होने इस केंद्र के शीतोषण फलों जैसे सेब, नाशपाती, खुमानी, अनार, कीवी तथा अन्य गुठलीदार फलों के पौधों को लगाने तथा इस समय बगीचे में किये जाने वाले कार्यों जैसे कि प्रुनिंग, कटिंग तथा कीटनाशकों तथा अन्य प्रकार की स्प्रे के बारे में बताया ।

इस अवसर पर ढांडा शोधफार्म के वैज्ञानिक डॉ॰ ए.के. शुक्ला और डॉ॰ संतोष ने सेब, अनार एवं कीवी के बारे मे विस्तार से प्र्योगात्मक जानकारी दी। आलू संस्थान के डॉ॰ रवीन्द्र कुमार ने आलू मे लगने वाले रोग एवं कीटों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर किसानो को सेब, कीवी और अनार की रोपण सामग्री (उर्वरक, उपकरण, कीटनाशक आदि) तथा अन्य कृषि यन्त्र दिये। इस मौके पर चियोग पंचायत के प्रधान श्रीमती कंचन और शोघी पंचायत की प्रधान श्रीमती आशा कश्यप ने अपनी उपस्थिती दर्ज की। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ॰ रवीन्द्र कुमार द्वारा दिया गया।

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