भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, शिमला में पर्यावरण को बचाने हेतु वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित….

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शिमलाः  पहाड़ी खेती, समाचार , भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केन्द्र, शिमला में पर्यावरण को बचाने हेतु वृक्षारोपण माह मनाया जा रहा है,जिसके अंतर्गत लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने हेतु प्रचार प्रसार पोस्टर द्वारा तथा वृक्षारोपण करके किया जा रहा है ।

पर्यावरण बचाओ अभियान के अंतर्गत ” वृक्ष रोपण कार्यक्रम ” इस केंद्र के अंतर्गत डॉ बी पी पाल शोध एवं अध्ययन केंद्र शांकली में डॉक्टर के के प्रमाणिक (अध्यक्ष) के द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ पी.के. चक्रवर्ती सदस्य कृषि वैज्ञानिक चयन बोर्ड ,नई दिल्ली तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर डॉक्टर मुक्ता चक्रवर्ती प्रधान वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ के.के. प्रमाणिक (अध्यक्ष ) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद क्षेत्रीय कार्यालय शिमला ने की।कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्र के अध्यक्ष डॉ कुमार प्रमाणिक ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत कर किया तथा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम से अवगत कराया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि डॉक्टर पी. के. चक्रवर्ती ,सदस्य ,कृषि वैज्ञानिक चयन बोर्ड नई दिल्ली ने पर्यावरण के संरक्षण हेतु पौधरोपण के महत्व पर अपने विचार रखे। तत्पश्चात इस केंद्र के अध्यक्ष डॉक्टर प्रमाणिक ने बताया कि आज के मौजूदा परिपेक्ष में महामारी ने विश्व को घेरा हुआ है ऐसे में हमारे लिए पर्यावरण को बचाने तथा उसे संरक्षित करने की आवश्यकता है जिसके लिए हमें अधिक से अधिक पौधे लगाने की आवश्यकता है तथा उसके साथ-साथ साफ सफाई पर भी ध्यान रखना होगा।

उन्होंने, आह्वान किया कि प्रत्येक व्यक्ति कम से कम 3 से 4 पौधे अपने घर के आस-पास लगाएं तथा उनका संरक्षण भी करें । डा.बी.पी.पाल शोध एवं अध्ययन केंद्र सांगली, शिमला ,में फलदार पौधे जैसे कि प्रूनस प्रजाति, अनार, काफल, बैहमी और चूली तथा जूनिफर के पौधों का पौधा रोपण किया गया। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए मुख्य अतिथि ने डॉक्टर के के प्रमाण के साथ सब को बधाई दी।

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