एक्टर अरविंद त्रिवेदी का 82 साल की उम्र में निधन, ‘रामायण’ में रावण का निभाया था किरदार

Spread the love

टीवी जगत के लोकप्रिय धारावाहिक रामायण में रावण का किरदार निभा चुके एक्टर अरविंद त्रिवेदी का निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। त्रिवेदी ने रामानंद सागर की रामायण में रावण का किरदार निभाया था, जिसे काफी पसंद किया गया था।

मुम्बई:  पहाड़ी खेती, समाचार, लोकप्रिय धारावाहिक रामायण में रावण का किरदार निभा चुके एक्टर अरविंद त्रिवेदी का निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। त्रिवेदी ने रामानंद सागर की रामायण में रावण का किरदार निभाया था, जिसे काफी पसंद किया गया था।

जानकारी के अनुसार, अरविंद त्रिवेदी का अंतिम संस्कार आज (बुधवार) सुबह मुंबई के दहानुकरवाड़ी श्मशान घाट में होगा। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे, लेकिन बीती रात हार्ट अटैक आने की वजह से उनका निधन हो गया। अरविंद त्रिवेदी के निधन की पुष्टि उनके भतीजे कौस्तुभ त्रिवेदी ने भी की है।

रामायण में शानदार अभियन करने वाले अरविंद त्रिवेदी के कई और किरदारों को भी खूब सराहा गया। उन्होंने टीवी धारावाहिक ‘विक्रम और बेताल’ में भी काम किया था. यह शो भी छोटे पर्दे पर लंबे समय तक छाया रहा।

अरविंद त्रिवेदी का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हुआ। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत गुजराती रंगमंच से की। उनके भाई उपेंद्र त्रिवेदी भी गुजराती सिनेमा का चर्चित नाम रहे हैं और गुजराती फिल्मों में एक्टिंग कर चुके हैं। गुजराती भाषा की धार्मिक और सामाजिक फिल्मों से अरविंद त्रिवेदी को गुजराती दर्शकों में पहचान मिली, जहां उन्होंने 40 वर्षों तक योगदान दिया। उन्हें शानदार अभिनय के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके थे।

कोरोना लॉकडाउन के दौरान टेलीविजन पर रामायण शो का फिर से प्रसारण किया गया था, जिसने काफी सुर्खियां बंटोरी थीं हालांकि, अरविंद त्रिवेदी के लंबे समय से बीमार रहने की वजह से कई बार मौत की अफवाह भी उड़ चुकी थी।

इस साल मई महीने में भी अरविंद त्रिवेदी के निधन की अफवाहें सामने आई थीं, लेकिन उस समय कौस्तुभ ने सामने आकर सफाई दी थी। कौस्तुभ ने बताया था कि अरविंद जी की तबीयत बिल्कुल ठीक है। साथ ही उन्होंने फेक न्यूज नहीं फैलाने की गुजारिश की थी।

त्रिवेदी ने कम से कम 300 हिंदी और गुजराती फिल्मों में काम किया। साल 2002 में उन्हें सेंट्रल बोर्ड फॉर फिल्म सर्टिफिकेशन (सीबीएफसी) का एक्टिंग चेयरमैन भी बनाया गया था। इसके अलावा, वे साल 1991 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सांसद भी बने थे और पांच साल तक पद पर रहे थे।

You may have missed