17, साल की लड़की ने पुलिस को किया फोन: कुछ देर में मेरी जबरदस्ती शादी करवाई जाएगी, आप आ कर रुकवा दो….

जोधपुर के नांदड़ी गांव में एक 17 साल की बच्ची ने बाल विवाह के खिलाफ आवाज उठाई और संरक्षण आयोग से फोन कर अपनी शादी रूकवाने की गुजारिश की।
जोधपुर : पहाड़ी खेती, समाचार, बाल विवाह जैसी कुरीतियों को समाप्त करने के लिए सरकार लाख दावे करें लेकिन समाज के कुछ लोग आज भी रोक के बावजूद बाल विवाह कर रहे हैं। हम भले ही 21वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन राजस्थान में बाल विवाह का दंश आज भी कई बच्चे भुगत रहे हैं और ये सिलसिला अभी तक थमा नहीं।
इसके दुष्परिणामों को जानते हुए भी राजस्थान में आज कई माता-पिता अपने नाबालिग बच्चों का विवाह करने में जरा भी नहीं झिझकते। लेकिन , अब वक्त बदल रहा है। क्योंकि, नाबालिग बच्चे खुद आगे बढ़कर इस कुप्रथा के खिलाफ आवाज उठाने लगे हैं।
बाल विवाह के खिलाफ नाबालिग ने उठाई आवाज
ऐसा ही एक मामला सामने आया है जोधपुर के नांदड़ी गांव से जहां 17 साल की एक नाबालिग बच्ची ने अपने जीवन को बाल विवाह की भट्टी में झोंकने की जगह इसे रोकने के लिए खुद की आवाज बुलंद की। बताया जा रहा है कि इस बच्ची ने हिम्मत दिखाते हुए संरक्षण आयोग में फोन करके कहा कि आपको गीत सुनाई दे रहे होंगे, कुछ देर में मेरी जबरदस्ती शादी करवाई जाएगी आप आकर इस शादी रुकवा दो।
पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
बच्ची की शिकायत पर पुलिस और बाल आयोग की टीम तुरंत उसके घर पहुंची। वहीं मेहमानों से भरे घर ने जब अचानक वहां पुलिस को देखा तो हड़कंप मच गया। जैसे ही पुलिस और बाल आयोग की टीम ने बातचीत शुरू की तो खुशियों के माहौल में एकदम मायूसी छा गई और पता चला कि पुलिस नाबालिग के विवाह को रुकवाने आई है। लेकिन पुलिस इस मामले में लापरवाही बरतते हुए नाबालिग के परिजनों से बात की और बिना शादी रूकवाए ही वापस चली गई।
संगीता बेनीवाल ने मामले की सूचना कलेक्टर को दी
पुलिस की इस हरकत को देखकर संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने जिला कलेक्टर को तुरंत सूचना देकर मामले से अवगत करवाया। जिसके बाद बनाड एसएसओ सहित उनकी टीम मौके पर पहुंची और नाबालिग को संरक्षण में लेकर बनाड थाने लाया गया। जिसके बाद उसे बाल संरक्षण आयोग को सौंपा दिया गया। दरअसल, नाबालिग की बड़ी बहन का विवाह हो रहा था और परिवार वाले इस विवाह के साथ ही इस नाबालिग का विवाह भी करवा रहे थे। 17 साल की नाबालिग ने इस विवाह का विरोध किया लेकिन घरवाले नहीं माने।
आठ साल बड़े युवक से हो रही थी नाबालिग की शादी
बता दें कि जिससे नाबालिग का विवाह किया जा रहा था उसकी उम्र 25 साल थी। नाबालिग ने संगीता बेनीवाल को बताया कि पुलिस एक दिन पहले उनके घर आई थी, लेकिन घरवालों से बात कर चली गई। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनिवाल ने बताया कि नाबालिग ने पहले गुरुवार को फोन किया था। उस पर आयोग ने पुलिस को सूचना दी थी।
उन्होंने कहा कि लड़की को वापस फोन पर संपर्क करना चाहा तो उसका फोन नहीं लग रहा था। उन्होंने बताया कि आज सुबह बाल विवाह का मैसेज आया तो उसी नम्बर पर कॉल किया। इस पर पता चला कि ये वो लड़की है जिससे कल बात हुई थी। इस दौरान मौके पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष धनपत गुर्जर, सदस्य लक्ष्मण परिहार, शशी वैष्णव, किशोर गृह के अधिकारी बीएल सारस्वत, बनाड थानाधिकारी सीताराम खोजा एएसआई तेजाराम ने पहुंच कर कार्रवाई की।
साभार: ABP न्यूज़, सोशल मीडिया नेटवर्क।
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