चोरी का अजब-गजब मामला: खेतों से करीब पांच क्विंटल अदरक, उखाड़ कर ले गए चोर….

बिलासपुर: पहाड़ी खेती, समाचार, हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर (Bilaspur) जिले में चोरी का एक अजब-गजब मामला सामने आया है। यहां पर खेतों से करीब पांच क्विंटल अदरक (Ginger) उखाड़ कर चोर ले गए। पुलिस को मामले की शिकायत दी गई है।
जानकारी के अनुसार, घुमारवीं उपमंडल की उप तहसील भराड़ी में लेहड़ी, लौहट और गुगाल गांवों में यह मामले पेश आए हैं। चोरों ने किसानों के खेतों से करीब पांच क्विंटल अदरक निकाल ली।किसानों ने इस संबंध में भराड़ी थाना में शिकयत दी है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। शातिर क्षेत्र में चार किसानों के खेतों से अदरक की फसल निकाल ले गए हैं।
अमर उजाला की खबर के अनुसार, रविवार सुबह किसानों ने खेतों में देखा तो अदरक गायब था। खेतों में अदरक के घास की टहनियां पड़ी थीं। भराड़ी के नजदीक लेहड़ी सरेल पंचायत के पूर्व उपप्रधान श्याम ठाकुर ने बताया कि चोर अब फसल चोरी भी करने लगे हैं। शनिवार शाम को वह खेतों में काम कर घर लौटे तो अदरक की फसल थी। रविवार सुबह खेतों में गए तो फसल गायब देखकर हैरान रह गए। शातिर करीब 100 किलो अदरक चुरा कर ले गए हैं।
श्याम ने बताया कि जब उन्होंने गांव में इस बात का जिक्र किया तो पता चला कि यशवंत सिंह का भी करीब 100 किलो, गुगाल गांव के कृष्ण का भी करीब 90 किलो लेहड़ी सरेल के अमर सिंह का भी 70 किलो अदरक खेतों से चोरी हो गया है। श्याम ने बताया कि खेतों से अदरक की फसल चुराने का यह पहला मामला है। उन्होंने, बताया कि अदरक के दाम करीब 70 से 80 रुपये प्रतिकिलो है।
फसल के अच्छे दामों के चलते चोरी
अब अदरक बाजार में बेचकर आमदन होनी थी तो चोर खेतों से ही फसल ले गए। खेतों की हालत देखकर ही अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस कार्य को किसी एक व्यक्ति ने नहीं, बल्कि पूरे गिरोह ने अंजाम दिया है। चुराए गए अदरक की कीमत 35 से 40 हजार रुपये आंकी जा रही है। भराड़ी थाना प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि पुलिस को शिकायत मिली है। टीम मौके का मुआयना कर तहकीकात कर रही है। बाजारों में भी पूछताछ की जा रही है कि किसी ने अदरक की फसल तो नहीं बेची है।
साभार: News 18, अमर उजाला, सोशल मीडिया नेटवर्क।
नोट: वेबसाईट पर उपलब्ध विभिन्न लिंक और जानकारियां केवल पाठकों के सूचनार्थ हैं। हम ” पहाड़ी खेती ” वेबसाईट पर उपलब्ध तमाम जानकारी का अधिकारिक रूप से दावा या पुष्टि नहीं करते हैं।
About The Author
