शनि देव को करना चाहते हैं प्रसन्न ? जानें 6 उपाय….

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* पहाड़ी खेती, समाचार, हिन्दू पुराणों में शनि देव को धर्मराज और न्याय का देवता कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है की मनुष्यों को उसके अच्छे और बुरे कर्मों का फल शनिदेव ही देते हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव (Shanidev) की दृष्टि यदि आपकी राशि पर बिगड़ जाये तो आपको नौकरी और व्यापार में कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और आपके घर की आर्थिक स्तिथि कमजोर होने के साथ आप पर कर्ज की स्तिथि भी बन जाती है। लेकिन यदि शनि देव आप पर प्रसन्न हैं तो आपको धन, नौकरी और व्यापार (Job and Business) में उन्नति प्रदान करते हैं। साथ ही आपको आपकी सभी समस्याओं से मुक्ति भी दिलाते हैं।

मान्यता के अनुसार में शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित किया गया है। शनिवार के दिन प्रातः स्नान कर शनिदेव की पूजा-आराधना करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। यदि आपके जीवन में धन, नौकरी और व्यापार संबंधित समस्याएं चल रही हैं तो ये है कुछ उपाए जिनसे आप शनिदेव को प्रसन्न कर सकते हैं।

1. दान दाता बनें

गरीबों और ज़रुरतमंदों की मदद करने वालों पर शनिदेव की विशेष कृपा रहती है। अगरआप भी शनिदेव की कृपा चाहते हैं तो आपको भी दान पुण्य करते रहना चाहिए। शनिदेव की कृपा के पात्र बनने के लिए ज़रुरतमंदों को काले चने, काले तिल, उड़द दाल और सवच्छ कपड़े सच्चे मन से दान करते रहना चाहिए।

2. शनिदेव के यंत्र की पूजा

यदि आपके जीवन में नौकरी, धन या व्यापार से जुड़ी समस्याएं चल रही है, तो आपको शनिवार को प्रातः स्नान करने के बाद शनि यंत्र की पूजा करनी चाहिए। इससे आपकी नौकरी और व्यापार से जुड़ी समस्याएं दूर होंगी और घर परिवार में समृद्धि आएगी।

3. शनि मंत्र का जाप

ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि मंत्रों का विशेष महत्त्व माना गया है। शनि मंत्रो का जाप करना अत्यंत लाभप्रद माना जाता है। अगर आपको भी व्यापार या नौकरी में परेशानी आ रही है तो इन मंत्रों का जप कर आप भी शनिदेव की कृपा के पात्र बन सकते हैं।

मंत्रः- ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः

मंत्रः- ॐ शं शनिश्चरायै नमः

4. कुत्तों की सेवा करें

वैसे तो हमें सभी जानवरों को प्यार करना चाहिए, लेकिन यदि आप शनिदेव की कृपा के पात्र बनना चाहते हैं तो आपको श्वान मतलब कुत्तों की सेवा करनी चाहिए। जी हां, कुत्तों की सेवा और देखभाल करने वालों से शनिदेवता हमेशा प्रसन्न रहते हैं। कुत्तों को खाना देने और उनकी देखभाल करने वालों पर शनि देव कभी रुष्ट नहीं होते और ऐसे लोगों पर अपनी कृपा बनायें रखते हैं।

5. हनुमान जी की आराधना

श्री हनुमान जी और शनिदेव का आपस में एक विशेष नाता है। यदि कोई व्यक्ति हनुमान जी की आराधना करता है। उनको अपना इष्ट मानता है तो शनि देव उस व्यक्ति के रक्षक बनकर सदैव उसकी रक्षा करते हैं।

6. भगवान शिव की पूजा

भगवान शंकर, शनिदेव के गुरु माने जाते हैं। इसलिए जो व्यक्ति भगवान शिव की आराधना करता है, शिवलिंग पर तिल डालकर जल चढ़ाता है, शनिदेव सदैव उसका ध्यान रखते हैं।

साभार: News 18, सोशल मीडिया नेटवर्क।

 (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। हम इनकी पुष्टि नहीं करते हैं। इन पर अमल करने से पहले संबधित विशेषज्ञ से संपर्क करें)

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