हिमाचल: विषेश उपलब्धि – शुभम न्यूक्लियर साइंटिस्ट तो सुनेहा भारतीय सेना में बनीं लेफ्टिनेंट….

हमीरपुर: पहाड़ी खेती, समाचार ( 16, फरवरी ) हमीरपुर जिले के भोरंज उपमंडल के मन्वी गांव के 26 वर्षीय शुभम शर्मा न्यूक्लियर साइंटिस्ट के पद पर चयनित हुए हैं। पिता 20 साल तक भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं।
अब बेटा वैज्ञानिक बनकर जिले का नाम रोशन करेगा। शुभम शर्मा की न्यूक्लियर पावर ऑफ कारपोरेशन में वैज्ञानिक के पद पर नियुक्ति होने से माता अनिता देवी, पिता कर्म चंद और बहन शिवानी शर्मा समेत पूरे परिवार में खुशी की लहर है। बेटे की इस उपलब्धि पर घर पर बधाइयां देने वालों का तांता लगा हुआ है।
पिता कर्मचंद भारतीय सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद वर्तमान में हिमाचल पुलिस में सेवाएं दे रहे हैं। वह हमीरपुर में ही तैनात हैं। शुभम शर्मा की बारहवीं कक्षा तक पढ़ाई मुंडखर स्कूल से हुई है। इसके बाद डिग्री कॉलेज धर्मशाला से बीएससी की। आईआईटी मंडी से एमएससी करने के बाद वर्तमान में पीएचडी की पढ़ाई कर रहे थे। शुभम शर्मा ने बताया कि न्यूक्लियर पावर ऑफ कारपोरेशन ने देश भर में सहायक वैज्ञानिक पद के लिए 6 पोस्ट निकाली थीं। इसके लिए उनका चयन हुआ है।
61 मील की सुनेहा भारतीय सेना में बनीं लेफ्टिनेंट
61 मील (मलां) की सुनेहा पठानिया ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कमीशन पास कर माता पिता, गांव और क्षेत्र का नाम रोशन किया है। सुनेहा की बारहवीं तक की शिक्षा सेक्रेड हार्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल सिद्धपुर से हुई है। बारहवीं के बाद इनका चयन वर्ष 2017 में सेना बल मेडिकल कॉलेज पुणे के लिए हुआ। स्नातक के बाद बतौर लेफ्टिनेंट सेना में कमीशन पास किया। सुनेहा अब नॉर्दर्न कमांड अस्पताल उधमपुर में सेवाएं देंगी।
सुनेहा के पिता नागेश्वर पठानिया शिक्षा विभाग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुलह में बतौर प्रिंसिपल कार्यरत हैं। माता सोनी पठानिया निजी विद्यालय में अध्यापिका हैं। सुनेहा का छोटा भाई नक्षत्र पठानिया भी नेशनल डिफेंस अकादमी खड़गवासला पुणे से एयरफोर्स फ्लाइंग की शिक्षा ले रहा है। सुनेहा के दादा राजिंद्र पठानिया व नाना राजिंदर राणा भी सेना में बतौर ऑनरेरी कैप्टन सेवाएं दे चुके हैं। सुनेहा ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों, दादा-दादी, नाना-नानी और माता-पिता को दिया है।
साभार: अमर उजाला, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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