शिमला में पानी की किल्लत, 24 घंटे पानी देने के दावे हुए हवा , लोगों को चौथे दिन भी नहीं मिल रहा पर्याप्त पानी, पढ़े पूरी खबर….

शिमला : पहाड़ी खेती, समाचार ( 30, मार्च )
गर्मियां आते ही शिमला में पानी की किल्लत शुरू हो गई है। एमसी और सरकार के 2022 तक 24 घँटे पानी देने के लंबे-चौड़े किए जा रहे दावों की हवा निकल गई है। शहर में पानी की किल्लत के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शिमला शहर में लोगों को तीसरे से चौथे दिन भी पर्याप्त पानी नही मिल रहा है। शहर में आमजन को पानी की आपूर्ति का शेड्यूल बिगड़ गया है जबकि शिमला के कुछ होटल कारोबारियों की प्रशासन व की-मेंस से सांठगांठ के चलते उन्हें हमेशा की तरह पानी प्रयाप्त मात्रा में मिल रहा है। वहीं शिकायत करने के बाद नगर निगम की ओर से रसूखदारों को तो टैंकर भेजे जा रहे है जबकि शिमला शहर की आम जनता पानी को तरस रही है।
निगम की बैठक आज, पानी कमी पर होगा हंगामा
नगर निगम शिमला की बुधवार को होने वाली मासिक बैठक में पानी की कमी पर हंगामा हो सकता है। कूड़े के हजारों रुपये के बिल भी लोगों को परेशान कर रहे हैं। इस मसले पर पार्षद शिमला जल प्रबंधन निगम को घेर सकते हैं। शहर में लोगों को तीसरे और चौथे दिन भी पानी की सप्लाई मिल रही है। इस कारण पूरे शहर में पानी के लिए लोग खासे परेशान हैं। 15 दिन से शहर में पानी की काफी कमी हो गई है, जिससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। शिमला जल प्रबंधन निगम की ओर से हर बार दावा किया जाता है कि जल्द पानी की सप्लाई सामान्य हो जाएगी। वहीं पार्षद भी लगातार पानी नहीं मिलने को लेकर प्रशासन के समक्ष शिकायत कर रहे हैं। आपूर्ति सामान्य करने की मांग वे उठा रहे हैं।
आज महापौर सत्या कौंडल की अध्यक्षता में यह बैठक होगी। इसमें पानी के मुद्दे पर अहम चर्चा सदन के भीतर होगी, इसके अलावा शहर में यलो लाइन पार्किग फीस निर्धारित करने को लेकर भी सदन में अंतिम मंजूरी मिलेगी। प्रशासन ने सड़क किनारे यलो लाइन लगाई है जहां पर स्थानीय लोगों को वाहन पार्क करने की सुविधा वार्ड स्तर पर मिल सकेगी। इसके लिए फीस तय कर दी गई है। कई क्षेत्रों में चौथे या पांचवें दिन मिल रहा पानी
शहर में पानी की स्थिति खराब होती जा रही है। कई क्षेत्रों में चौथे से पांचवें दिन भी लोगों को पानी मिल रहा है। ऐसे में शिमला जल प्रबंधन निगम की बिगड़ती वाटर सप्लाई डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम को लेकर सदन में हंगामा हो सकता है।
शहर व राजधानी के बाहर के लोगों के लिए पानी की दर एकसामान हो सकती है। जल प्रबंधन की ओर से इसका प्रस्ताव तैयार कर शहरी विकास विभाग को भेजा है। विभाग की मुहर लगते ही लोगों को राहत मिल सकती है। उपनगरों के पार्षद लंबे समय से पानी की दर एकसमान करने की मांग कर रहे हैं। राजधानी में इसके लिए लंबी कसरत चल रही थी। ऐसे में जल प्रबंधन कंपनी ने एक समान पानी की दर करने को लेकर मसौदा तैयार कर इसे शहरी विकास विभाग की मंजूरी के लिए भेज दिया है। विभाग की मंजूरी के बाद इसे शिमला जल प्रबंधन कंपनी के निदेशक मंडल की बैठक में अंतिम स्वीकृति को रखा जाएगा। नगर निगम की सीमा के भीतर एक महीने में 20 हजार लीटर पानी प्रयोग करने पर 14.50 प्रति किलो लीटर के मुताबिक बिल जारी हो रहा है। निगम परिधि से बाहर 20 हजार लीटर पानी प्रयोग करने पर 33 रुपये प्रति किलो लीटर से वसूली की जा रही है।
साभार: हिमदर्शन, सोशल मीडिया नेटवर्क।

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