भूस्खलन: कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर फिर भूस्खलन, 30 सेकंड में पहाड़ी से गिरा हजारों टन मलबा, पढ़ें पूरी खबर….
सोलन: पहाड़ी खेती, समाचार (05, अगस्त )हिमाचल प्रदेश में बारिश का कहर अभी भी जारी है। वहीं, बीते कई दिनों से कालका शिमला नेशनल हाईवे भूस्खलन के कारण बंद है। ऐसे में आज फिर से कालका शिमला नेशनल हाईवे पर भूस्खलन हो गया है।
जानकारी के मुताबिक,कालका शिमला नेशनल हाईवे पर चक्की मोड़ के समीप शनिवार को फिर से भूस्खलन हुआ। जिसकी वजह से फोरलेन के खुलने की संभावना फिलहाल नहीं है।
मात्र 30 सैकंड में हजारों टन मलबा पहाड़ी से गिरा
शनिवार को हालांकि दोपहर तक सड़क के दोनों सिरों को मिलाने का प्रयास किया जा रहा है तथा किसी हद तक मार्ग को बहाल कर दिया गया था,लेकिन इसी दौरान अचानक पहाड़ी से फिर से मलबा आना शुरू हो गया। मात्र 30 सैकंड में हजारों टन मलबा पहाड़ी से सड़क पर आ गिरा। लगातार मलबा आने की वजह से कालका शिमला रेलवे लाइन को भी खतरा पैदा हो गया है । जिस स्थान पर भूस्खलन हो रहा है इससे करीब 500 मीटर की दूरी पर रेलवे लाइन गुजर रही है।
मलबा गिरने से नहीं हो पा रहा काम
बार-बार पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण डंगे का काम भी शुरू नहीं हो पा रहा है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक आनंद दहिया का कहना है कि चक्की मोड़ के समीप फोरलेन को बहाल करने का कार्य जारी है। प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द मार्ग को वाहनों के लिए बहाल कर दिया जाएगा। गौरतलब है कि 2 अगस्त को कालका शिमला नेशनल हाईवे के चक्की मोड़ के समीप भू-स्खलन हो गया था।
ब्रेड व दूध की सप्लाई भी हुई ठप्प
कालका-शिमला नेशनल हाईवे बंद होने के बाद बुधवार 2 अगस्त को सोलन-शिमला के लिए ब्रेड व दूध की सप्लाई ठप्प हो गई थी। बुधवार को भी शहर में अवश्यक खाद्य वस्तुओं की सप्लाई नहीं हो पाई। ऐसे में अब भी दूध ब्रेड की सप्लाई प्रभावित हो सकती है।
साभार: एजेंसियां, जागरण, सोशल मीडिया नेटवर्क।