हिमाचल प्रदेश के किसान और बागवान अब ले सकेंगे “ई-उद्यान पोर्टल” से सीधे जानकारी….
शिमलाः ( पहाड़ी खेती, समाचार ) मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने विश्व बैंक द्वारा पोषित हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना के तहत ई-उद्यान पोर्टल और इसके मोबाइल एप्पलीकेशन की लॉन्चिंग की। इस पोर्टल के माध्यम से प्रदेश के बागवान और किसान अब घर बैठे ही बागवानी संबंधित जानकारी ले सकेंगे।
इस परियोजना के तहत उद्यान विभाग के लाभार्थियों को सभी बागवानी क्षेत्र की सेवाएं जैसे कि फलों की नर्सरी का रजिस्ट्रेशन,प्लांट की डिमांड, बागवानी से संबंधित टूल्स और इम्प्लेमेंट्स की डिमांड, कीटनाशक की खरीद,खुम्ब के लिए कम्पोस्ट की डिमांड,बी हाइव्स की डिमांड, सब्सिडी इत्यादि के ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दी गई है। इसके साथ-साथ यह पोर्टल उद्यान विभाग के अधिकारिओं के लिए भी ऑनलाइन प्रोसेसिंग की सुविधा प्रदान करेगा जिससे सर्विस डिलीवरी का समय भी कम किया जा सकता है। यह हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस गारंटी एक्ट के तहत सिटीजन चार्टर के समय अवधि के अंदर कार्य करने में लाभकारी होगा।
यह पोर्टल उद्यान विभाग की सभी सुविधाओं के लिए सिंगल विंडो का काम करेगा जिससे हिमाचल के किसान सभी सुविधाओं का लाभ घर बैठे उठा सकेंगे। ई-उद्यान पोर्टल के माध्यम से उद्यान विभाग की सभी G2C सेवाओं के लिए एक मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एकीकृत बागवानी क्षेत्र प्रबंधन प्रणाली (आईएचएसएमएस) तैयार किया गया है तथा इस पोर्टल में बागवानी संबंधित सभी योजनाएं किसानों और अन्य उपयोगकर्ता के लिए उपलब्ध होगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सभी उद्यान विभाग के अधिकारिओं एवं कर्मचारियों से निवेदन किया है कि इस कोविड-19 महामारी के दौरान इस ई-उद्यान पोर्टल का अधिक से अधिक लाभ उठाएं तथा किसी भी कार्य के लिए कम से कम कार्यालय आएं और अपनी सभी सेवाओं का लाभ घर बैठे ऑनलाइन उठाएं।
उन्होंने आगे कहा कि यह ई-उद्यान पोर्टल कोविड-19 महामारी के समय जारी दिशा निर्देशों के तहत सामाजिक दूरी बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगा तथा उद्यान विभाग के कार्यालयों में लोगों की आवाजाही को कम करने में मददगार होगा।
इस दौरान बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश बागवानी विकास परियोजना की विशेषताओं से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को अवगत करवाया।
कार्यक्रम में मुख्य सचेतक नरेंद्र बरागटा, मुख्य सचिव अनिल खाची,अतिरिक्त मुख्य सचिव आर.डी धीमान के अलावा अमिताभ अवस्थी सचिव उद्यान विभाग, देबाश्वेता बनिक परियोजना निदेशक और एम.एम शर्मा, निदेशक, उद्यान विभाग भी उपस्थित रहे।